टेक मुगल नेविल रॉय सिंघम की न्यूज वेबसाइट ‘न्यूजक्लिक’ को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स (NY) में छपी खबर के एक दिन बाद यानी सोमवार को लोकसभा में भारी हंगामा हुआ। दरअसल, सोमवार को लोकसभा में मीडिया में चाइनीज फंडिंग का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि देश में चीन के पैसे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ माहौल बनाया गया। उन्होंने कहा कि ‘न्यूजक्लिक’ में चीन से पैसा आया और यह पोर्टल देश विरोधी है।
बता दें कि ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि चीन ‘न्यूजक्लिक’ को फंडिंग करता है। न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर में बताया गया कि भारत के खिलाफ माहौल बनाने के लिए चीन की ओर से 38 करोड़ रुपए दिए गए। ‘न्यूजक्लिक’ के प्रमोटर के ईमेल से खुलासा हुआ है। बीजेपी ने ‘न्यूजक्लिक’ पर चीन की इमेज चमकाने और देश में चीन का प्रोपेगेंडा चलाने का आरोप लगाया है।
NYT की रिपोर्ट में कांग्रेस पर 2021 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा इसकी फंडिंग की जांच के दौरान ‘न्यूजक्लिक’ का बचाव करने का भी आरोप लगाया गया है।
इस मामले को लेकर केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी और विपक्षी गठबंधन पर हमला बोला। अनुराग ठाकुर ने न्यूज वेबसाइट ‘न्यूजक्लिक’ को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर का स्क्रीनशॉट्स ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि यहां तक कि ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ जैसे अखबार भी अब स्वीकार कर रहे हैं कि नेविल रॉय सिंघम और उनका ‘न्यूजक्लिक’ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के खतरनाक उपकरण हैं और दुनिया भर में चीन के राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं।
अनुराग ठाकुर ने लिखा कि NYT से बहुत पहले, भारत लंबे समय से दुनिया को बताता रहा है कि ‘न्यूजक्लिक’ चाइनीज प्रचार का एक खतरनाक वैश्विक जाल है। समान विचारधारा वाली ताकतों द्वारा समर्थित, नेविल एक संदिग्ध भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि साल 2021 में, जब भारत की प्रवर्तन एजेंसियों ने मनी लॉन्ड्रिंग के पुख्ता सबूतों के आधार पर न्यूजक्लिक’ के खिलाफ जांच शुरू की थी तो कांग्रेस और संपूर्ण वाम-उदारवादी लोगों ने उसका बचाव किया था।
Even newspapers like ‘The New York Times’ are now admitting that Neville Roy Singham and his NewsClick are dangerous tools of the Communist Party of China (CPC) and promoting China’s political agenda across the world.
Much before NYT, India has long been telling the world that… pic.twitter.com/3MtA4UTWkn
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) August 6, 2023
गौरतलब है कि जुलाई 2021 में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक कथित मामले में ‘न्यूजक्लिक’ के कार्यालय और उसके संपादकों के आवासों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद, एक बयान में न्यूज पोर्टल ने कहा था कि यदि ईडी और सरकार सच्चे हैं और कानून का पालन करते हैं, तो कोई गलत काम नहीं पाया जाएगा और यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना बंद हो जाएगी। न्यूजक्लिक के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।