नूंह हिंसा के बाद हरियाणा के पलवल जिले में हिंदू समाज ने महापंचायत आयोजित किया है। पुलिस ने पहले ही कहा था कि इस महापंचायत को कई शर्तों पर ही आयोजित करने की अनुमति दी गई है। इन शर्तों में हेट स्पीच नहीं देना भी शामिल था। पलवल में आयोजित इस महापंचायत के दौरान गौ रक्षक दल के आचार्य आजादी शास्त्री ने कहा, यह करो या मरो की हालत है। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से बंदूक उठाने की भी अपील की है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आर्याय शास्त्री ने कहा, ‘हमें जल्द से जल्द मेवात में 100 हथियारों का लाइसेंस सुनिश्चित करवाना चाहिए। इसमें गन नहीं बल्कि रायफल होना चाहिए क्योंकि रायफल से लंबी दूरी पर फायरिंग मुमकिन है। यह एक करो या मरो की स्थित है। देश का बंटवारा हिंदू औऱ मुसलमान के आधार पर हुआ था। गांधी की वजह से मुस्लिम मेवात में रह गए।’
यह महापंचायत सर्व हिंदू समाज की तरफ से आयोजित किया गया था। नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद पलवल में आयोजित इस महापंचायत को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। महापंचायत को लेकर प्रशासन ने लोगों से अपील की थी कि वो पंचायत में किसी भी तरह की आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल ना करें। इसके अलावा प्रशासन ने भी यह कहा था कि वो अपने साथ हथियार ना लाएं। महापंचायत को लेकर प्रशासन ने कहा था कि इसमें किसी भी तरह का हथियार लाने की मनाही की गई है।