हिमाचल में एक बार फिर भारी बारिश से तबाही का मंजर है। भारी बारिश के कारण सूबे में जगह जगह भूस्खलन हो रहे हैं। शिमला के समरहिल स्थित शिव मंदिर में भूस्खलन से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। कई अन्य के मलबे में फंसे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर के बाद फागली इलाके में भूस्खलन की चपेट में आने से कई अस्थायी घर जमीदोंज हो गए हैं। बचाव दलों ने घटनास्थल से दो महिलाओं के शव बरामद किए हैं। गंभीर रूप से घायल छह लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलबे में करीब 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने बताया कि सूबे में वर्षा जनित हादसों में अब तक कम से कम 29 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से नौ लोगों की मौत शिमला में भूस्खलन के बाद मलबे में दबने से हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं। फागली इलाके में कई मकान मलबे में दब गए हैं। दोनों स्थानों पर करीब 15 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
सूबे के हमीरपुर जिले में भारी बारिश के कारण अचानक आए तेज बहाव में तीन लोगों की मौत हो गई। दो अन्य लापता बताए जा रह हैं। मंडी जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात को भूस्खलन में एक परिवार तबाह हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मलबे की जद में आने के कारण परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में दो साल का बच्चा भी शामिल है। हालांकि काफी मशक्कत के बाद तीन लोगों को बचा लिया गया। मौसम विभाग ने सूबे के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।