शिमला में अब तक 48 की मौत, 40 लोग मलबे में दबे; हिमाचल में बारिश से हाहाकार

शिमला में अब तक 48 की मौत, 40 लोग मलबे में दबे; हिमाचल में बारिश से हाहाकारहिमाचल प्रदेश में बारिश से हाहाकार मच गया है। राज्य में भूस्खलन और भारी बारिश की वजह से अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा खोज और बचाव अभियान भी चल रहा है। शिमला के समर हिल इलाके में भूस्खलन से सोमवार को यहां भयानक हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई है। NDRF के अधिकारी नफीस खान ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘ऐसी आशंका है कि यहां 30-40 लोग फंस गए हैं। हमारी एनडीआरएफ की 14 टीमें यहां पहुंच चुकी हैं। एसडीआरएफ की टीम भी यहां मौजूद है और यहां काफी मलबा जमा है।’ डीएसपी मुख्यालय, शिमला, विजय रघुवंशी ने बताया कि हादसे वाली जगह पर काम कर पाना काफी मुश्किल है। लोग सहयोग कर रहे हैं। अभी हमें यह नहीं पता कि कितने लोग यहां मौजूद थे। एसीडीएम, एसपी और एसडीआरएफ सभी यहां मौजूद हैं। बारिश के वजह से परेशानी हो रही है लेकिन हम रेस्क्यू ऑपरेशन पर ध्यान दे रहे हैं।

मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी

मंडी और कांगड़ा में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। यहां ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इस प्राकृतिक आपदा के बीच राज्य में 752 से ज्यादा सड़कें, 4697 बिजली ट्रांसफार्मरों औऱ 902 जलापूर्ति परियोजनाओं को नुकसान पहुंचा है। मौमसन विभाग ने राज्य में येलो अलर्ट जारी किया है। शिमला के अलावा चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, हमीरपुर और सिरमौर में बारिश को लेकर अलर्ट जारी हुआ है।  मौसम कार्यालय ने सोमवार को कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर राज्य के 12 में से नौ जिलों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान जताया है और मंगलवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।

सोमवार को सोलन में बादल फटने और शिमला में भूस्खलन की दो घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गयी। भूस्खलन में कई और लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोलन जिले के जादोन गांव में रविवार रात को बादल फटने से दो मकान बह गए। हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गयी।