साहिबा, जबज्योत के पास पहुंचेगी और वह उससे अंगद के बारे में जानना चाहेगी। वह उनके पास से फोटो एलबम ले आएगी और पेटिंग बनाने वाली होगी। तभी साहिबा, अंगद के पास फोन करेगी लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ आएगा। अंगद ऑफिस की मीटिंग में बिजी है। इसके बाद साहिबा पेटिंग बनाने लगेगी। अंगद मीटिंग में साहिबा के बारे में सोचता है। उधर साहिबा को उसकी आवाज सुनाई देती। दोनों लोग एक दूसरे के ख्यालों खोए रहेंगे। मीटिंग से फ्री होते ही अंगद उसके पास फोन करेगा। उसकी तबीयत के बारे में पूछेगा। दोनों के बीच नोक-झोंक चलती है।
मनवीर ढेर सारी दवाइयां खाने वाली होती है लेकिन इंदर उसे रोक देगा। सिमरन को उसने बेटी मान लिया है और खानदान का नाम दे दिया है। इससे मनवीर खुश नहीं है। वहीं अंगद भी उससे नाराज है। दोनों तरफ से मनवीर का ही नुकसान हुआ है। इंदर सोच में पड़ जाएगा कि आखिर अंगद उससे इतना नाराज क्यों है। यह बात किसी को समझ नहीं आ रही है। तभी साहिबा कमरे के बाहर नॉक करेगी। वह मनवीर को पूल एरिया में आने के लिए कहेगी।
अंगद के लिए सरप्राइज
अंगद घर आएगा तो साहिबा उसे सरप्राइज दिखाएगी। साहिबा ने मनवीर और अंगद के बचपन की पेटिंग बनाई है। वह पानी में तैर रहा है और मनवीर उसे पकड़े हुए है। मनवीर भी तब तक वहां आ जाती है। पेटिंग देखकर अंगद खुश नहीं होता है। वह मनवीर से नाराज है। मनवीर बताएगी कि अंगद 6 साल का था उसे तैरने का बहुत शौक था। एक दिन वह गहरे पानी में चला गया और डूबते-डूबते बचा था। उसके बाद से उसे पानी का डर हो गया। साहिबा उसे याद दिलाएगी कि मनवीर मैम ने उसके डर को खत्म करने का फैसला किया और खेल-खेल में उसका यह डर खत्म हो गया।
मनवीर, अंगद से माफी मांगेगी। उसने किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसा नहीं किया था। अंगद का दिल पिघल जाएगा और पुरानी बातें भूला देगा। दोनों फिर से मिल जाते हैं। वह इसका श्रेय साहिबा को देगा। उसने बार-बार मनवीर को माफ करने के लिए कहा। अंगद, साहिबा के पास जाएगा और उसे गले लगा लेगा। यह सब देखकर मनवीर को अभी भी अच्छा नहीं लगेगा। वह उससे दिल की बात कहना चाहेगा लेकिन कह नहीं पाता है।