नई दिल्ली। सूरत से मुंबई के लिए निकली एक 40 वर्षीय महिला की भुज-दादर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में गला रेतकर हत्या कर दी गई. गंभीर बात यह है कि शुक्रवार सुबह 11 से 12 बजे के बीच ट्रेन के महिला डिब्बे में यह वारदात हुई. जानकारी के मुताबिक, भुज-दादर सुपरफास्ट एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय 12.10 पर दादर पहुंची. आरपीएफ कर्मचारी गाड़ी की जांच करते हुए जब महिला डिब्बे तक पहुंचा तो डिब्बे में खून से लथपथ महिला की लाश पड़ी थी. पूरी बोगी में खून फैला हुआ था, जिसके बाद आरपीएफ ने जीआरपी को भी सूचना दी. जीआरपी ने महिला के शव को कब्जे में ले लिया. आरपीएफ के मुताबिक, महिला के शरीर पर आधे कपड़े भी नहीं थे. उसकी लाश को संभवतः हत्यारे ने ही साड़ी से ढक दिया था.
फिलहाल मुम्बई सेंट्रल जीआरपी ने हत्या का मामला दर्ज कर के मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में यह लूट और हत्या का मामला नजर आ रहा है.
मुंबई सेन्ट्रल जीआरपी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शैलेंद्र की मानें तो मृतक दाडिया देवी शंकर चौधरी (40) नामक महिला मूल रूप से सूरत की रहने वाली है और सूरत से भुज-दादर सूपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ी थी. वह मुम्बई के वडाला इलाके में रहने वाली अपनी बहन से मिलने के लिए मुंबई आ रही थी. दाडिया देवी का पति सूरत में एक कपड़े की दुकान में काम करता है. इनके दो बेटियां और एक बेटा है.
जिस मेल ट्रेन में ये लाश मिली वो ट्रेन सूरत के बाद मुंबई महाराष्ट्र की हद में वसई, बोरीवली और फिर दादर में रूकती है. जिस बोगी में लाश मिली वो डिब्बा गार्ड की तरफ सबसे पीछे के डिब्बों से जुड़ा था और महिला बोगी थी. इस बोगी में 20 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में बोरीवली स्टेशन पर चार महिलाओं को उतरते हुए देखा गया है. बाकी के स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं.
लेकिन सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, कयास लगाया जा रहा है कि हत्या वसई से दादर के बीच कहीं की गई हो, क्योंकि अगर वसई बोरिवली के बीच हत्या हुई तो जो चार लोग उतरते हुए दिखाई दिए है वो शक के दायरे में है. अगर उनकी मौजूदगी में हत्या हुई तो उन्होंने पुलिस को क्यों नहीं बताया या हत्या का सच में उनसे कोई वास्ता हो सकता है.
या दूसरी थ्योरी है कि अगर बोरिवली और दादर के बीच हत्या हुई तो आखिर मृतक महिला के अलावा उस बोगी में और कौन था. या ट्रेन बोरिवली जंक्शन से छूटने के बाद कहीं रूकी हो. सिग्नल न मिलने की वजह से और कोई सिरफिरा ट्रेन में चढ़ गया हो, या ट्रेन छूटने के समय प्लेटफॉर्म से ही चढ़ गया हो और हत्या को अंजाम देकर फरार हो गया हो. इन सारे पहलुओं पर जांच चल रही है.
महिला के गले पर तेज धारदार हथियार से वार किया गया था. महिला के दोनों हाथों और सीने पर भी चाकू से चोट के निशान हैं. इससे अनुमान लगता है कि महिला ने जोरदार प्रतिरोध किया होगा. प्रारंभिक जांच में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि लूट का प्रतिरोध करने के चलते महिला की हत्या कर दी गई.