देवरिया/लखनऊ। यूपी के देवरिया (Deoria) में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में मृतक की बेटी ने दोषियों के एनकाउंटर की मांग की है. मृतक सत्यप्रकाश दुबे (Satyaprakash Dubey) की बड़ी बेटी शोभिता ने कहा कि हत्यारों को फांसी दी जाए या फिर उनका एनकाउंटर किया जाए. शोभिता ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से न्याय की अपील की है. इस बीच सीएम योगी ने गोरखपुर अस्पताल में भर्ती सत्यप्रकाश दुबे के बेटे अनमोल दुबे का हाल जाना. उन्होंने अनमोल के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं.
दोषियों का एनकाउंटर हो
मृतक सत्यप्रकाश दुबे की बेटी शोभिता की शादी हो चुकी है. घटना वाले दिन वो ससुराल में थी. शोभिता ने सीएम योगी से मांग करते हुए कहा कि दोषियों पर सख्त एक्शन लिया जाए. घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा. जैसे मेरे परिवार को मारा गया वैसे ही दोषियों का एनकाउंटर हो या फिर उनको फांसी की सजा दी जाए.
शोभिता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर कई बार शिकायत की. अगर चेक किया जाए तो हजार से ज्यादा एप्लीकेशन पड़ी मिलेगी. जिला प्रशासन से भी शिकायत की गई थी मगर कोई एक्शन नहीं लिया गया.
परिवार के 5 लोगों की हत्या को लेकर मृतक सत्यप्रकाश दुबे की बेटी शोभिता ने FIR कराई है. शोभिता की तहरीर पर 302, 307, 504 जैसी गंभीर धाराओं में हमलावरों पर केस दर्ज किया गया है. इसमें 27 लोग नामजद हैं जबकि 50 अज्ञात हैं. अभी तक पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में लिया है.
वहीं, दूसरे पक्ष के मृतक प्रेमचंद्र यादव के चाचा ने भी रुद्रपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई है. जिसमें 5 लोगों को नामजद किया गया है. फिलहाल, पुलिस हमलावरों की धरपकड़ में जुटी हुई है. पूरे गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती है.
दरवाजा तोड़कर घर में घुसे थे हमलावर
FIR में शोभिता ने बताया कि जमीनी विवाद में जान से मारने की नियत से 2 अक्टूबर को सुबह 7:30 बजे प्रेमचंद्र अपने परिवार के सदस्य और अन्य करीब 50 लोगों के साथ बंदूक, लाठी-डंडा व असलहा लेकर गाली देते हुए मेरे घर पर आ धमके. जब मेरे पिताजी ने दरवाजा बंद किया, तब ये सभी लोग दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आए. उन्होंने मेरे पिता सत्यप्रकाश दुबे, मां किरण दुबे, भाई दीपेश उर्फ गांधी, बहन सलोनी और नंदनी की मौके पर हत्या कर दी. जबकि, मेरा छोटा भाई बुरी तरह घायल हो गया. वहीं, एक भाई सर्वेश पूजा-पाठ कराने बलिया गया हुआ था. इसीलिए उसकी जान बच गई.
प्रेमचंद्र यादव की पत्नी और बेटी ने क्या कहा?
बता दें कि प्रेमचंद्र यादव की तीन बेटियां हैं. वो बाहर रहकर पढ़ाई करती हैं. पिता की हत्या के बाद बेटियां फफक कर रो पड़ीं. उन्होंने कहा- ‘हमें कोई जानकारी नहीं है. बस पापा को सुबह फोन आया था. जिसके बाद वो उनके (सत्यप्रकाश) घर की तरफ गए. वहां जाते ही उनको मार दिया गया. पापा खेत पर बाइक खड़ा किए थे. वो लोग बाइक लेकर अपने घर चले गए. जब पापा बाइक लेने गए तो उनपर हमला कर दिया.’
वहीं, प्रेमचंद्र की पत्नी ने कहा- सुबह उनको फोन आया था. हम चाय देने गए लेकिन तब तक बाइक स्टार्ट करके निकल गए. कुछ ही देर बाद खबर आई कि उनको मार दिया गया है. ससुर मौके पर गए तो उनकी लाश मिली. हमारी तीन लड़कियां हैं, कहां लेकर जाएं. आप पता कर लीजिए मेरे आदमी झगड़ा-लड़ाई नही करते थे. जमीन का विवाद काफी दिन से था.