गाजियाबाद/लखनऊ। यूपी के गाजियाबाद में चौकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक ही परिवार में अलग-अलग जाति प्रमाण पत्र की शिकायत गाजियाबाद डीएम से की गई है. जहां परिवार में एक ही पिता की 5 संतानों में से 3 के पास एससी वर्ग जबकि 2 के पास ओबीसी वर्ग के जाति प्रमाण पत्र हैं. एससी प्रमाण पत्र वाला एक पुत्र एक राष्ट्रीय पार्टी से निकाय चुनाव लड़कर पार्षद पद पर जीत चुका है, जिसके बाद इस मामले में एक शिकायतकर्ता द्वारा मामले की शिकायत की गई है.
दरअसल, मामला गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र का है. वार्ड 26 से पार्षद राजकुमार पुत्र गोकलचंद निवासी सुंदर पुरी ने हाल में हुए निकाय चुनाव में जीत हासिल की, जिसके बाद उनके जाती प्रमाण पत्र के फर्जी होने की शिकायत गाजियाबाद जिलाधिकारी से की गई. आरोप लगाया गया है पार्षद राजकुमार ने गलत प्रमाण पत्र लगाया है.
मामला सामने आने के बाद गाजियाबाद के एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह जांच के आदेश दिए हैं. उनका कहना है कि विजय नगर वार्ड 26 सुदामापुरी से पार्षद राजकुमार के जाति प्रमाण पत्र की जांच के बाद रिपोर्ट तहसील स्तर से कराकर जिला स्तरीय कमेटी को भेज दी गई है.
जिला स्तरीय कमेटी करेगी आगे की कार्रवाई: गाजियाबाद एसडीएम
उन्होंने आगे कहा कि तहसील स्तर की जांच में जाति प्रमाण पत्र के किसी भी स्तर पर संदिध या गलत पाए जाने पर ही आगे की जांच जिला स्तरीय कमेटी को भेजी जाती है और जिला स्तरीय कमेटी ही ऐसे मामले में आगे कोई निर्णय लेती है. फिलहाल तहसील स्तर पर प्रमाण पत्र संदिध पाए जाने पर जांच जिला स्तरीय कमेटी को भेज दी गई है और जिला स्तरीय कमेटी से इस पर आगे कोई निर्णय करेगी.
मामला जिला स्तरीय स्क्रुटनि में अभी विचाराधीन है: एडीएम प्रशासन
वहीं, इस मामले में गाजियाबाद एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह ने बताया की जिला स्तरीय कमेटी में इस मामले में सुनवाई हो चुकी है, लेकिन अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और मामला जिला स्तरीय स्क्रुटनि में अभी विचाराधीन हैं.
मैं जाति प्रमाण पत्र सही: पार्षद राजकुमार
वहीं, इस मामले में पार्षद राजकुमार का कहना है कि उनका जाति प्रमाण पत्र सही है और वो कोरी जाती से हैं जो एससी वर्ग में ही आता है. उनके लगाया प्रमाण पत्र सही है. इसके संबंध में उन्होंने अपने दादा के समय की एक रजिस्ट्री, जिसमें उनकी जाति कोरी बताई गई है. उनका शैक्षिक प्रमाण पत्र जिसमें भी उनकी जाति कोरी ही है वह प्रस्तुत किया है.
विरोधी के साथ मिला हुआ है मेरा भाई: पार्षद राजकुमार
राजकुमार का कहना है कि उनके भाई को पिता ने घर से बेदखल किया हुआ है. उन्हें नहीं पता कि भाई ने किस जाति का प्रमाण पत्र बनवाया हुआ है. भाई मेरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार की मदद कर रहा था, जिसके चलते मुझ पर प्रमाण पत्र के गलत होने के आरोप उन पर लगाए गए हैं.