देवरिया/लखनऊ। यूपी के देवरिया कत्लेआम मामले में प्रेम चंद यादव समेत पांच आरोपियों के मकान पर राजस्व टीम ने बेदखली का नोटिस चस्पा किया. आरोप है कि इन लोगों ने सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर कब्जा किया है. नोटिस चस्पा कर आरोपियों को आज (7 अक्टूबर) तहसीलदार की कोर्ट संख्या-2 में खुद या अधिवक्ता के जरिए पेश होकर कारण बताओ नोटिस का जवाब देना था.
जवाब न देने पर प्रशासन द्वारा एकपक्षीय आदेश जारी कर अतिक्रमण की गई जमीन या मकान के हिस्से को ढहाने की बात कही गई थी. इस नोटिस के बाद शनिवार को प्रेम चंद की बेटी अपने वकील के साथ कोर्ट पहुंची. अपना जवाब पेश करने के बाद उसने मीडिया से बात की.
’17 तारीख को पापा का ब्रह्मभोज है, सभी नेता आएंगे’
उसने कहा कि हमारे घर के गेट पर नोटिस लगा गया था. आज सुनवाई थी. हम लोग आज आए और तहसीलदार का वेट किया. हम लोग को पूरा भरोसा है कि वो रहेंगे, चेंज नहीं होंगे और इंसाफ करेंगे. वो हमारा घर नहीं गिरने देंगे. अधिकारियों से यही कहूंगी कि 17 तारीख को पापा का ब्रह्मभोज है. सभी नेता आएंगे, सभी अधिकारी भी आएं. कोर्ट में नौ तारीख फिर से पेश होना है.
ज्ञान प्रकाश ने प्रेम के हाथ बेची थी अपने हिस्से की जमीन
अराजी संख्या 2725 अराजी रकबा 45 एयर इसमे 20 एयर पर पक्की मकान और बाउंडरी वाल दिखाया गया यह भूमि खलिहान की है. अराजी संख्या 2742 रकबा 0.583 हेक्टेयर जमीन में 0.06 हेक्टेयर भूमि पर बाउंडरी वाल और छप्पर दिखाया गया है जो वन विभाग की भूमि है.
गौरतलब है कि जिले के फतेहपुर ग्राम के लेड़हा टोला निवासी सत्य प्रकाश और अभयपुर टोला निवासी समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव के बीच जमीन का विवाद चल रहा था. सत्य प्रकाश के के छोटे भाई ज्ञान प्रकाश ने अपने हिस्से की जमीन प्रेमचंद के हाथ बेच दी थी. इसी को लेकर विवाद था.
खलिहान, वन विभाग और स्कूल की जमीन पर कब्जे का आरोप
सत्य प्रकाश ने तहसील व पुलिस प्रशासन में शिकायत की थी कि प्रेमचंद ने सरकारी जमीन, खलिहान की जमीन, वन विभाग की जमीन और सरकारी स्कूल की जमीन पर कब्जा कर मकान बनवाया है. मगर उसकी पुलिस-प्रशासन में पकड़ होने के चलते फर्जी रिपोर्ट लगाकर मामले का निस्तारण कर दिया जाता है.
2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में पहले प्रेम चंद यादव की हत्या की गई. उसके बदले में सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के 5 सदस्यों की निर्मम हत्या की गई थी. इसमें सत्य प्रकाश की बड़ी बेटी शोभिता की तहरीर पर पुलिस ने 27 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए कुल 20 आरोपियों को जेल भेजा गया है.