प्रतापगढ़ जिले के लोगों को सरकारी योजनाओं का लालच देकर बैंक खाता खुलवाकर उनमें आईपीएल सट्टेबाजी के 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन करवाने वाले मृगांक मिश्रा को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने आरोपी मृगांक को प्रतापगढ़ के कोर्ट में पेश करने के बाद 6 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
बता दें, इस गिरोह का नाम महादेव बुक ऑनलाइन ऐप है. इसका भंडाफोड़ प्रतापगढ़ पुलिस ने मई 2023 में किया था. उसके खिलाफ पुलिस ने लुक-आउट नोटिस जारी करवा रखा था. पुलिस पहले ही इस गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. एस.पी अमित कुमार ने बताया कि आईपीएल सट्टे की राशि के लेन-देन के लिए भोले-भाले लोगों के बैंक खाते खुलवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश प्रतापगढ़ पुलिस ने मई में किया था.
दुबई में बैठकर पूरा कारोबार चलाने वाला गिरोह का सरगना मृगांक मिश्रा शनिवार को मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पहुंचा था. लुक आउट नोटिस के कारण एयरपोर्ट पर पूछताछ के बाद प्रतापगढ़ पुलिस को सूचना दी गई. प्रतापगढ़ महिला थाना प्रभारी अरुण खाट के नेतृत्व में मुंबई पहुंची पुलिस टीम ने सरगना मृगांक मिश्रा निवासी मध्यप्रदेश रतलाम को गिरफ्तार कर लिया. रविवार शाम को टीम प्रतापगढ़ पहुंच गई. मृगांक को कोर्ट में पेश कर 6 दिन का पुलिस रिमांड लेते हुए पूछताछ शुरू कर दी गई है.
अलग से बनाया गया था WhatsApp ग्रुप
गौरतलब है कि गिरोह ने देशभर के 68 फर्जी खातों के जरिए 2000 करोड़ रुपए का लेन-देन किया था. इनमें से 12 खाते प्रतापगढ़ के भी थे. पुलिस इन खातों में अब तक करीब 4 करोड़ रुपए होल्ड भी करवा चुकी है. एस.पी अमित कुमार ने बताया कि आरोपी आईपीएल सट्टा राशि को फर्जी खातों में ट्रांसफर करवाते थे. इन रुपयों को सट्टे के ग्राहकों और दलालों तक भिजवाया जाता था. इसके लिए व्हाट्सएप पर लेन-देन के लिए ग्रुप बना रखा था. इस ग्रुप की चैटिंग भी पुलिस के हाथ लगी है.
12 लाख से ज्यादा लोग जुड़े थे इस ऐप से
बता दें, महादेव बुक नाम के इस ऐप से कुछ ही महीनों में देशभर से 12 लाख से ज्यादा लोग जुड़ गए थे. क्रिकेट से लेकर चुनाव तक में सट्टा लगाने के लिए लोग इस ऐप का इस्तेमाल करते थे. कोरोना महामारी के बाद इस ऐप का कारोबार तेज रफ्तार से आगे बढ़ा. 2021 में कोरोना के काल में बिना दर्शकों के आईपीएल का आयोजन हुआ. उस वक्त महादेव ऐप के जरिए 2 हजार करोड़ से ज्यादा की सट्टेबाजी हुई थी.