कानपुर। एंटी करप्शन की टीम ने सोमवार की रात कलक्टरगंज थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राम जनम सिंह गौतम को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर को उनके ही थाने के सरकारी आवास में पीड़ित से रकम लेते पकड़ा गया। गौतम ने रिश्वत एक जर्जर मकान से किरायेदारों को बाहर निकालने और मकान गिरवाने के एवज में ली। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कर लिया गया है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार मिश्रा ने बताया कि फीलखाना थानाक्षेत्र के कराचीखाना, नारायण प्लाजा के नरेंद्र कुमार गुप्ता के बेटे ने जनरलगंज में पुराना मकान खरीदा था। वह पुराने और जर्जर मकान को तोड़वाना चाहते थे, लेकिन किरायेदार मकान छोड़ने को तैयार नहीं थे।
तीन अक्टूबर को किरायेदारों से विवाद हुआ तो वह कलक्टरगंज थाने पहुंचे, जहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद 11 अक्टूबर को इंस्पेक्टर राम जनम सिंह गौतम ने मकान से किरायेदारों को बाहर निकलवाने और जर्जर मकान को तुड़वाने की रिपोर्ट भेजने के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पैसा देने पर किरायेदारों पर मुकदमा दर्ज करने की बात भी तय हुई। नरेंद्र गुप्ता ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन की टीम से की। सोमवार की रात इंस्पेक्टर ने नरेंद्र गुप्ता को पैसे लेकर थाना में अपने सरकारी आवास पर बुलाया। पैसे लेते ही करप्शन की टीम ने छापा मारा और इंस्पेक्टर को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।