इजरायल और हमास के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए अमेरिकी सेना ने अपने 2,000 सैनिकों को अलर्ट पर रखा है। अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन की ओर से मंगलवार को यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया, ‘यूएस के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कर्मियों और कई यूनिट्स को तैयार रहने का आदेश दिया है, ताकि वे मध्य पूर्व में बदलते सुरक्षा माहौल पर तुरंत प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो सकें।’ अमेरिकी मीडिया की ओर से बताया कि सैनिक मेडिकल सहायता और विस्फोटकों से निपटने जैसी सहायक भूमिकाएं निभाएंगे। हालांकि, यह भी साफ किया गया कि फिलहाल किसी भी बल को तैनात करने का कोई फैसला नहीं लिया गया है।
गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध का दायरा गुजरते दिन के साथ बढ़ता नजर आ रहा है। लेबनान और इजरायल की सीमा पर मंगलवार को फिर संघर्ष छिड़ गया। गाजा में लड़ाई शुरू होने के साथ ही इजरायल और लेबनान के सशस्त्र समूहों के बीच झड़पें शुरू हो गई थीं। मंगलवार सुबह लेबनान से दागी गई एंटी टैंक मिसाइल उत्तरी इजराइल के मेटुला में गिरी और 3 लोग घायल हो गए। लेबनान के किसी संगठन ने तत्काल इस मिसाइल हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वैसे यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस मिसाइल हमले में घायल हुए लोग आम नागरिक हैं या सैनिक। मगर, इजरायल लेबनान सीमा से सटे क्षेत्रों में रह रहे लोगों को इलाके को खाली करने का आदेश दे चुका है। इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में सीमावर्ती क्षेत्रों में कई गोले दागे और कथित तौर पर व्हाइट फॉस्फोरस भी छोड़ा।
वहीं, ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि इजरायल को बिना नतीजे भुगते हुए गाजा में कार्रवाई करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ईरान ने क्षेत्रीय देशों और इजरायल व अमेरिका का विरोध करने वाली शक्तियों को प्रतिरोध मोर्चे के रूप में पेश किया। होसैन ने कहा, ‘सभी विकल्प खुले हैं और हम गाजा के लोगों के खिलाफ किए गए युद्ध अपराधों के प्रति उदासीन नहीं हो सकते हैं। प्रतिरोध मोर्चा दुश्मन के साथ दीर्घकालिक युद्ध करने में सक्षम है।’ बीते हफ्ते ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा था कि तेहरान इजरायल पर हमास के हमले में शामिल नहीं था, लेकिन उन्होंने इजरायल की अपूरणीय सैन्य और खुफिया हार की सराहना की थी।