यमुनानगर। हरियाणा के जिले यमुनानगर में गैंगरेप का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी। पूरी घटना रेलवे स्टेशन के पास की है। 36 साल की महिला एक बाइक पर सवार शख्स से लिफ्ट मांगती है। महिला को क्या पता था कि बाइक पर आगे बैठा शख्स दरिंदा निकलेगा।
लिफ्ट देने के बहाने आरोपित पीड़िता को बाइक पर बिठाता है और उसे जबरन खेतों की तरफ ले जाता है, जहां पहले से उसके तीन दोस्त उसका इंतजार कर रहे थे। खेत के पास पहुंचते ही शख्स अपनी बाइक रोकता है और उसके दोस्त महिला के साथ जबरदस्ती करने लगते हैं। दरिंदे इतना गिर गए कि महिला को पहले बाल पकड़कर बुरी तरह घसीटा और फिर गैंगरेप की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। पूरी वारदात 24 अक्टूबर की है। पुलिस के अनुसार, महिला अपनी बहन के पास अंबाला के मुलाना गई हुई थी। वहां से ट्रेन से यमुनानगर पहुंची। जब वह स्टेशन से पैदल घर जा रही थी, तभी उसे बाइक सवार ने तीर्थनगर में छोड़ने के लिए लिफ्ट दी। वह उस पर विश्वास कर बैठ गई। आरोपित उसको बाइक पर लेकर दुसानी के खेतों में चला गया। वहां पर पहले से तीन युवक थे। चारों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ जबरदस्ती करने लगे।
जब महिला ने विरोध किया तो दरिंदों ने उसके साथ मारपीट की और वह बचकर भागने लगी तो आरोपितों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसके बाल पकड़कर उसे बुरी तरह घसीटा। जब इतने से मन नहीं भरा तो गैंगरेप भी किया। बाद में आरोपितों ने इस बारे में किसी को बताने पर परिवार को खत्म करने की धमकी दी। फिर पीड़िता किसी तरह से अपने घर पहुंची।
गहरे सदमे में पीड़िता
पहले वह महिला दो दिन तक सदमे की वजह से चुप रही। बाद में उसने अपने स्वजन को इस वारदात के बारे में बताया। जिसके बाद ही स्वजन उसे लेकर पुलिस थाना में पहुंचे। थाना प्रभारी जोगिंद्र सिंह का कहना है कि महिला के बयान के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। आरोपितों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।
एक माह पहले पानीपत में हुआ था गैंगरेप
करीब एक महीने पहले चार दरिंदों ने पानीपत में कुछ महिलाओं को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था। दरिंदों ने पहले गांव में मछली फार्म पर चौकीदार के परिवार से मारपीट कर लूटपाट की और महिला की हत्या कर दी। बदमाश यहीं नहीं रुके और एक किमी दूर दूसरे डेरे पर पहुंचे। यहां तीन पुरुषों और बच्चों को बंधक बनाकर तीन महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म किया। हालांकि, 14 दिनों बाद हरियाणा पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि, तीन आरोपित अभी भी पकड़ से बाहर हैं।