इजरायल-हमास जंग दिनों-दिन भीषण होती जा रही है। इजरायल द्वारा गाजा पट्टी पर किए जा रहे हमलों में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, रूस ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि गाजा पर इजरायल की बमबारी अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है इससे ऐसी तबाही पैदा होने का खतरा है जो दशकों तक चल सकती है। लावरोव ने बेलारूसी राज्य समाचार एजेंसी बेल्टा के साथ एक साक्षात्कार में मॉस्को की इजरायल की अब तक की सबसे आलोचनात्मक टिप्पणियां कीं।
लावरोव ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर गाजा को नष्ट कर दिया जाता है और 20 लाख निवासियों को निष्कासित कर दिया जाता है तो यह दशकों तक तबाही मचाएगा। नाकाबंदी के तहत आबादी को बचाने के लिए इसे रोकना और मानवीय कार्यक्रमों की घोषणा करना आवश्यक है। हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि इजरायल की बमबारी शुरू होने के बाद से 7,326 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसके बाद इजरायल के 1400 लोगों की मौत हो गई थी। हमास ने 200 से भी अधिक लोगों को बंधक बना लिया है।
उधर, इजरायल ने गाजा पट्टी में इंटरनेट और संचार के अन्य माध्यम बंद कर दिए हैं, जिससे वहां रहने वाले 23 लाख लोगों का आपस में तथा बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया है। इजरायल ने शुक्रवार रात से गाजा पर हवाई और जमीनी हमले भी तेज कर दिए हैं। इजरायल की सेना ने कहा कि वह क्षेत्र में जमीनी अभियान ”व्यापक” कर रही है। सेना की यह घोषणा इस बात का संकेत देती है कि वह गाजा पर संपूर्ण आक्रमण के नजदीक पहुंच रही है। उसने गाजा में हमास आतंकियों का पूरी तरह से सफाया करने का प्रण लिया है। इजरायल के हवाई हमलों के कारण हुए विस्फोट से गाजा सिटी के आसमान में लगतार चमक दिखाई देती रही। फलस्तीन के टेलीकॉम प्रदाता ‘पालटेल’ ने कहा कि बमबारी के कारण इंटरनेट, सेल्युलर और लैंडलाइन सेवाएं ‘पूर्ण रूप से बाधित’ हो गईं हैं।