नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि मौजूदा समय में देश में और भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है, “न भाजपा में और न ही भारतीय राजनीति में.’’ उमा भारती ने न्यूज एजेंसी ‘‘भाषा’’ से बातचीत में कहा, ‘‘ हर सर्वेक्षण में सामने आया है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बढ़ रही है. अभी मोदी का विकल्प लंबे समय तक नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस जनता से कटी और सत्ता आधारित पार्टी है जो लगातार नीचे जा रही है और प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के आधार पर भाजपा फिर से सत्ता में लौटेगी.
उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी दल असहिष्णुता का आरोप लगाते हैं, लेकिन देश की राजनीति में सबसे अधिक सहिष्णुता का शिकार नरेन्द्र मोदी हुए हैं. छोटी सी घटना किसी ऐसे राज्य में ही घट जाए, जहां भाजपा सत्ता में भी नहीं है लेकिन फिर भी सवाल मोदी से पूछे जाते हैं. कहीं कोई छोटा कार्यकर्ता कोई बयान दे देता है और कटघरे में मोदी को खड़ा किया जाता है. पूरे समय :विपक्ष: मोदी पर प्रहार करने में ही लगे रहते हैं.
यह पूछे जाने पर कि देश में क्या सोचा गया बदलाव आया है, उमा भारती ने कहा कि जनधन योजना के माध्यम से ही परिवार का बैंक खाता खुलना, स्वच्छ भारत अभियान को जनता की बढ़चढ़ कर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना, आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को इलाज के लिये इतनी बड़ी सहायता मिलना, यह सब बदलाव ही तो हैं. अब तो गंगा की सफाई का कार्य भी दिखने लगा है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के लिए एग्जिट पोल के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस एक संगठन के रूप में खत्म होने की ओर है. इन दोनों राज्यों में कांग्रेस संगठन बेहद कमजोर है और भाजपा की वापसी तय है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता से पूरी तरह कट चुकी है. वह सत्ता आधारित पार्टी है. पांच दस साल सत्ता से दूर रहना तो वह झेल लेती है लेकिन फिर उसका पतन शुरू हो जाता है. उमा भारती ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रमण सिंह ने काफी मेहनत की है और मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह का लोगों से व्यक्तिगत जुड़ाव है. उन्होंने दावा किया कि वसुंधरा राजे राजस्थान में फिर से सरकार बनाएंगी और राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलने का चलन इस बार बदलेगा. उमा भारती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से राम मंदिर निर्माण में सहयोग देने की अपील की. उन्होंने कहा कि उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में भागीदारी की है और 6 दिसंबर 1992 को वह अयोध्या में मौजूद थीं.
भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा कि खुद को शिवभक्त, जनेऊधारी, ब्राह्मण और कौल दत्तात्रेय गोत्र का बताने वाले राहुल गांधी से वह उम्मीद करती हैं कि वह मंदिर निर्माण के लिए पहल करेंगे और पूर्ण सहयोग की घोषणा करेंगे. उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि कांग्रेस राम मंदिर के निर्माण में अड़चन डाल रही है और इस मुद्दे पर देश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रही है. उमा भारती ने साफ किया कि भाजपा ने राम मंदिर को कभी भी वोट लेने का मुद्दा नहीं माना. उन्होंने कहा कि राम पर हमारा कोई पेटेंट नहीं है, राम सबके हैं. ऐसे में सभी को राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिये आगे आना चाहिए.