लखनऊ। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोपी सागर शर्मा के लखनऊ स्थित घर से पुलिस को एक सीक्रेट डायरी मिली है. इस डायरी से कई रहस्य खुलने की आशंका जताई जा रही है. डायरी में सागर ने लिखा है कि घर से विदा होने का समय आ गया है. इसमें उसने लिखा है कि एक तरफ डर है दूसरी तरफ कुछ भी कर गुजरने की आग.
सागर ने डायरी में आगे लिखा, ”घर से विदा लेने का समय नजदीक आ गया है. एक तरफ डर भी है और दूसरी तरफ कुछ भी कर गुजरने की आग भी दहक रही है. काश मैं अपनी स्थिति माता पिता को समझा सकता. मगर ऐसा नहीं है कि मेरे लिए संघर्ष की राह चुनना आसान रहा. हर पल उम्मीद लगाई है. 5 साल मैंने प्रतीक्षा की है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब मैं अपने कर्तव्य की ओर बढ़ूंगा. दुनिया में ताकतवर व्यक्ति वह नहीं जो छीनना जानते हैं, ताकतवर व्यक्ति वह है, जो सुख त्यागने की क्षमता रखता है.”
13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में लगाई थी सेंध
दरअसल, 13 दिसंबर को संसद भवन पर हुए हमले की 22वीं बरसी थी. इसी दिन दोपहर करीब एक बजे दो युवकों ने संसद में घुसपैठ की थी. दोनों युवक विजिटर गैलरी यानी दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए. ये दोनों शख्स एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे. तभी एक शख्स ने जूते से निकालकर कोई पीले रंग की गैस स्प्रे कर दी. इस दौरान संसद में अफरा-तफरी मच गई. सांसद यहां-वहां भागने लगे. हालांकि कुछ सांसदों ने इन्हें पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया था. इनकी पहचान सागर (शर्मा) और मनोरंजन डी (मैसूर) के रूप में हुई.
मास्टरमाइंड ललित भी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया था कि सदन के अंदर और बाहर हंगामा करने वाले एक दूसरे को लंबे समय से जानते हैं. ये सभी सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे. संसद की सुरक्षा में सेंधमारी प्लानिंग के तहत की गई थी. ललित झा इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड है. पुलिस ने इस मामले में सागर, मनोरंजन, अमोल और नीलम को गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा ललित जब सरेंडर करने पहुंचा, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. ललित के साथ एक अन्य आरोपी महेश भी गिरफ्तार किया गया है. ललित जब दिल्ली से राजस्थान भागा, तब महेश ने होटल दिलाने में मदद की. इसके अलावा महेश भी पूरी साजिश में शामिल था. हालांकि, वह दिल्ली नहीं आ सका था.
इसके अलावा पुलिस ने गुरुग्राम से एक अन्य आरोपी विशाल और उसकी पत्नी को हिरासत में लिया था. हालांकि, दोनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. विशाल के घर पर ही सभी 5 आरोपी संसद की सुरक्षा में सेंधमारी को अंजाम देने से पहले रुके थे.