राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अगले रामलला के दर्शन को श्रद्धालुओं का एक दम से हुजूम उड़ पड़ा। भीड़ इतनी थी कि उसे काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन की पसीने छूट गए। भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस को उन पर लाठियां तक बरसानी पड़ीं। मंदिर में श्रद्धालुओं की बेकाबू हुई भीड़ को देखते सीएम योगी हेलीकॉप्टर से सीधे अयोध्या पहुंच गए। इसके बाद अफसरों की मीटिंग बुलाई। अफसरों के साथ सीएम योगी की मीटिंग जारी है। सूत्रों के अनुसार मीटिंग में भीड़ नियंत्रण और उनकी सुविधा को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए राम मंदिर में लॉकर सुविधा भी लागू की जा सकती है। इसको लेकर जल्द ही एक गाइड लाइन जारी होगी।
प्राण-प्रतिष्ठा के अगले दिन अयोध्या में उमड़ा रामभक्तों का सैलाब
सोमवार अयोध्या में हुई राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के अगले दिन मंगलवार को रामभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। दोपहर तक करीब ढाई से तीन लाख श्रद्धालु उनके दर्शन कर चुके हैं और इतने ही श्रद्धालु दर्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं। सूचना निदेशक शिशिर ने कहा, दोपहर तक ढाई से तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर चुके हैं और इतनी ही संख्या में श्रद्धालु शेष हैं। आठ हजार से अधिक पुलिसकर्मी व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं और सब कुछ नियंत्रण में है। पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद खुद मंदिर के अंदर हैं और व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं।
अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार रामदर्शन के लिए श्रद्वालुओं में रामनगरी की सड़कों पर उत्साह देखा गया। देश के विभिन्न कोने से रामभक्ति में लीन श्रद्वालु पहली बार दीदार को उमड़ पड़े। अयोध्या में पहले दिन ही श्रद्धालुओं की इतनी ज्यादा भीड़ के चलते पूरी ट्रैफिक व्यवस्था ही लड़खड़ा गई। श्रद्वालुओं के साथ पुलिस को दिनभर गंतव्य तक सफर तय करने के लिए जद्दोजहद करते देखा गया। अयोध्या धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहले पुलिस ने वाहनों की इंट्री पर अंकुश लगाया और सभी इंट्री प्वाइंट पर मोबाइल बैरियर लगाकर पुलिस की मुस्तैदी पैनी कर दी गई। अयोध्या धाम के उदया चौराहा, टेढ़ीबाजार, मणि पर्वत चौराहा व साकेत पेट्रोल पंप से सिर्फ पासधारक वाहनों को चेकिंग के बाद प्रवेश की अनुमित मिली, लेकिन उन्हें भी पार्किंग स्थल तक ही जाने दिया गया। जबकि साधारण वाहनों को बैरियर से बैरंग लौटा दिया जा रहा था।
उपनगरीय बस सेवा के तहत रामनगरी में चलाई गई ई- बसों को भी इंट्री प्वाइंट से प्रवेश नहीं मिल सका। श्रद्वालुओं को ई- बसें इंट्री प्वाइंट पर बैठाते नजर आई, लेकिन यात्रियों को वहां छोड़ते एक भी बस नहीं दिखी। उदया चौराहा, चूड़ामणि चौराहा व हाइवे स्थित साके पेट्रोल पंप के पास बैरियर से ही बसों को वापस कर दिया जा रहा था।