राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान मंगलवार को समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन की नाराजगी सामने आई। दरअसल, प्रश्न काल के दौरान विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा पर टिप्पणी कर दी कि आप जया बच्चन के प्रवक्ता नहीं हैं। वह खुद वरिष्ठ नेता हैं और अपनी बात रख सकती हैं। इस पर जया बच्चन उठी और कहा कि अगर सदस्यों को मुद्दा समझाया जाएगा तो उन्हें समझ में आएगा। वे “स्कूली बच्चे नहीं” हैं। उन्होंने धनखड़ से अपील की कि सभी सांसदों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए। चलिए, पूरा मामला समझते हैं।
धनखड़ ने जया बच्चन से क्या कहा
अब जब जया बच्चन बोलने के लिए उठीं, तो सभापति ने उन्हें टोकते हुए कहा, “मैं जया बच्चन जी से अनुरोध करूंगा… जया जी आप बहुत वरिष्ठ सदस्य हैं। वैसे भी देश में आप जो भी कहती हैं, उसका सम्मान किया जाता है। आप ऐसा करेंगी।” हम सभी का उत्साह बढ़ाएं और मुझे यकीन है कि आप जैसे महान अभिनेत्री ने कई रीटेक भी लिए होंगे।” जया बच्चन ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कहा कि उन्हें बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
जया बच्चन ने आगे कहा, “यदि आप या उपसभापति हमें बैठने के लिए कहते हैं, तो हम बैठेंगे, लेकिन जब कोई अन्य सदस्य हमें इशारा करके बैठने के लिए कहता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे। सवाल करना हमारा अधिकार है। आप हमें बताएं कि आप नहीं बैठ सकते। कोई सवाल है या कि कोई समस्या है और इसे बाद में उठाया जाएगा, हम समझते हैं, हम स्कूली बच्चे नहीं हैं। लेकिन हमारे साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करें।”
जवाब में धनखड़ ने कहा, “बात सही है। मुझे लगता है कि कोई भी इस भावना से असहमत नहीं होगा। सदन नियमों और अध्यक्षता करने वाले व्यक्ति के नियंत्रण में है, और मुझे यकीन है कि हर कोई इसका पालन करेगा… अध्यक्ष के माध्यम से होना चाहिए।”