‘पेपर लीक के पुख्ता सबूत…’, यूपी सिपाही भर्ती एग्जाम रद्द होने के बाद आया व्हिसल ब्लोअर का बयान, STF ने शुरू की जांच

व्हिसल ब्लोअर विवेक कुमारलखनऊ। योगी सरकार ने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है. इस मामले में यूपी एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है. पेपर लीक मामले की तह तक पहुंचने के लिए STF की कई टीमें एक्टिव हो गई हैं. लिहाजा सोशल मीडिया पर पेपर लीक से जुड़े सुबूत जुटाए जा रहे हैं. पेपर लीक मामले को सबसे पहले एक्सपोज कर पुलिस को आगाह करने वाले टीचर विवेक कुमार से एसटीएफ ने पूरी जानकारी मांगी है. बता दें कि पेपर लीक मामले में विवेक कुमार ही व्हिसल व्लोअर (Whistle Blower) है. विवेक एग्जामपुर के नाम से अपनी ऑनलाइन कोचिंग चलाते हैं.

विवेक कुमार से आजतक ने खास बातचीत की है. उन्होंने भर्ती परीक्षा रद्द करने को लेकर कहा कि बच्चों के साथ न्याय हो गया है. बच्चे रो रहे थे, उनके पैरेंट्स परेशान थे. विवेक ने कहा कि 17 और 18 फरवरी को जो परीक्षा हुई थी, उसका पूरा पेपर लीक हुआ था, हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं.

विवेक कुमार ने कहा कि 2021 में यूपी एसआई के एग्जाम में भी धांधली हुई थी, लेकिन प्रॉपर जांच नहीं हुई. उसमें हमने पर्सनल लेवल पर सबूत भेजकर 150 से 200 आरोपियों को पकड़वाया था. अगर सही जांच होती तो करीब 4000 आरोपी पकड़े जाते. उन्होंने सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द करने के फैसले पर सीएम योगी को धन्यवाद दिया.

व्हिसल ब्लोअर ने दिया अभ्यर्थियों को मैसेज

व्हिसल ब्लोअर विवेक कुमार ने अभ्यर्थियों को मैसेज दिया कि खूब मन से तैयारी करें. अच्छे से रीविजन करें. ये न सोचें कि अगला पेपर आसान आएगा. उन्होंने कहा कि एसटीएफ के लोग आए थे, उन्होंने सबूतों के साथ सोमवार को बुलाया है. हम एसटीएफ का पूरा सहयोग करेंगे. हमें यूपी एसटीएफ पर पूरा भरोसा है. इस मामले में कई हजार लोग पकड़े जाएंगे. विवेक इन दिनों बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती है.

डेढ़ हजार शिकायतें ऑनलाइन मिलीं

यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में अभ्यर्थी पहले दिन से सड़कों पर परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे. अभ्यर्थियों के पेपर लीक दावों और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने अभ्यर्थियों से पेपर लीक की श‍िकायतों पर सबूत के साथ आपत्तियां मांगी थे. भर्ती बोर्ड ने शुक्रवार की शाम 6:00 बजे तक अभ्यर्थियों की शिकायतों को लेकर सबूतों को साबित करने वाली आपत्त‍ियां, प्रत्यावेदन (Representation) मांगे थे. इस पर बोर्ड को लगभग डेढ़ हजार शिकायतें भर्ती बोर्ड को ऑनलाइन प्राप्त हुई हैं.

सोशल मीडिया पर पेपर लीक का दावा

बता दें कि यूपी पुलिस सिपाही पद पर कुल 60244 रिक्तियों को भरने के लिए 17 और 18 फरवरी को प्रदेशभर में आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवार उपस्थित हुए थे. अभ्यर्थियों का कहना है कि दो दिन की चार पाली में हुई इस भर्ती परीक्षा में 17 और 18 फरवरी की दूसरी शिफ्ट का पेपर लीक हुआ है. 18 फरवरी की शाम 3 से 5 की पाली में हुए प्रश्न पत्र तमाम अभ्यर्थियों के पास और कोचिंग टीचर्स के पास पहले ही पहुंच गए थे. जिसे लेकर शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर उसी समय पोस्ट भी लिखी कि पेपर लीक होने की बाते सामने आई थी.