लोकसभा चुनाव में बीजेपी सत्ता की हैट्रिक लगाने और 370 सीटें जीतने का टारगेट तय कर रखा है. इस लक्ष्य को पूरा करने के मद्देनजर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता और पीएम मोदी की मौजूदगी में गुरुवार को 16 राज्यों के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट के लिए पार्टी मुख्यालय में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की साढ़े चार घंटे तक बैठक चली, जिसमें 100 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर फाइनल मुहर लग गई है.
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान अलग-अलग राज्यों के टिकटों पर विचार-विमर्श किया गया, लेकिन सवाल यह है कि पार्टी ने जिन 16 राज्यों के उम्मीदवारों के नाम पर फाइनल मुहर लगाने के लिए साढ़े चार घंटे की मैराथन बैठक की है, उन राज्यों में कहां बीजेपी खड़ी है और अब उसे कितना आगे 2024 के चुनाव में बढ़ने की उम्मीदें दिख रही है?
16 राज्य, 301 सीटे, 201 सांसद
पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता और पीएम मोदी की मौजूदगी में 16 राज्यों के टिकट को लेकर बीजेपी सीईसी की बैठक हुई है. इस दौरान गोवा, असम, उत्तर प्रदेश, झारखंड, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, केरल, राजस्थान, दिल्ली, तेलंगाना और चंडीगढ़ की लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने चर्चा की. पहले यूपी, फिर बंगाल व छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों को लेकर मंथन हुआ.
बीजेपी ने गुरुवार को देर रात से शुक्रवार को सुबह साढ़े तीन बजे तक, जिन 16 राज्यों के टिकट पर मंथन किया है, उनमें कुल 301 लोकसभा सीटें आती हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी इन 16 राज्यों की 301 सीटों में से 201 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. केरल ही इकलौता राज्य था, जहां पर बीजेपी अपना खाता नहीं खोल सकी थी और वेस्ट बंगाल में बीजेपी 2 सीटों से बढ़कर 18 पर पहुंच गई थी.
गुजरात (26), त्रिपुरा (2), उत्तराखंड (पांच), चंडीगढ़ (1), दिल्ली (7) की सभी सीटें बीजेपी जीतने में कामयाब रही थी, जबकि राजस्थान की 25 में से 24 सीट, मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीट, झारखंड की 14 में से 12 सीट, छत्तीसगढ़ की 11 में से 9 सीटें पार्टी ने अपने नाम की थीं. उत्तर प्रदेश की 80 में से 62 सीटें बीजेपी जीती थी और बाद में दो सीटें उपचुनाव में जीतने में सफल रही. असम की 14 में से 9 सीटें, गोवा की दो में से एक सीट, जम्मू-कश्मीर की 6 में से 3 सीट और तेलंगाना की 17 में से 4 सीट बीजेपी 2019 में जीती थी.
बीजेपी के लिए आगे कितनी उम्मीद
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 370 सीटें जीतने का टारगेट सेट किया है, जबकि एनडीए के लिए 400 पार सीट का लक्ष्य रखा है. ऐसे में बीजेपी ने जिन 16 राज्यों की लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार के नाम को लेकर मंथन किया है, उसमें बीजेपी के पास फिलहाल 201 सीटें हैं और एनडीए के लिहाज से देखते हैं तो 204 सीटें होती हैं. इस तरह विपक्षी दलों के पास 97 सीटें हैं, जिसमें से 28 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है और बाकी सीटें दूसरे विपक्षी दलों के पास हैं. इस लिहाज से बीजेपी अपने 370 और एनडीए के 400 पार वाले लक्ष्य के लिए इन्हीं 97 सीटों को अपने नाम करने की उम्मीदें लगा रखी है.
बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए ने यूपी की 80 में से 64 सीटें जीती थीं, जबकि 16 सीटें विपक्ष को मिली थीं. विपक्ष के कब्जे वाली 16 में से दो सीटों को उपचुनाव में जीत लिया था. इस तरह से बीजेपी की नजर क्लीन स्वीप करने की है, जिसके लिए मिशन-80 का टारगेट रखा है. केरल में बीजेपी पिछली बार खाता नहीं खोल सकी थी, लेकिन इस बार पीएम मोदी लगातार दौरा कर रहे हैं, जिसके चलते उसे दो-तीन सीटें मिलने की उम्मीद है. पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी 18 सीटों से बढ़कर 20 के पार करने की कोशिश में है, तो तेलंगाना, असम, छत्तीसगढ़ और गोवा में अपनी सीटों में इजाफा करने की रणनीति बना रखी है.
छिंदवाड़ा से लेकर डिब्रूगढ़ तक का प्लान
बीजेपी ने केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मध्य प्रदेश की सारी सीटों पर चर्चा की, जिसमें छिंदवाड़ा को लेकर खास प्लान बनाया गया है. इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ सांसद हैं. असम की 14 में से 9 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी असम में 2024 के चुनाव में नो-रिपीट का फॉर्मूला आजमा रही है, जिसमें 40 फीसदी मौजूदा सांसदों का टिकट काटकर उनकी जगह नए चेहरे पर दांव लगाने का प्लान बनाया है. दिल्ली की सात में चार सीटों पर बीजेपी नए चेहरों को उतारने की रणनीति बनाई है.
बीजेपी सूत्रों की मानें तो डिब्रूगढ़ से केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली की टिकट बीजेपी काट सकती है और उनकी जगह पर सर्बानंद सोनोवाल को चुनाव में उतारने की रणनीति है. इसी तरह सिलचर से सांसद राजदीप राय का टिकट कट सकता है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर में सिर्फ जम्मू रीजन के सीटों पर चर्चा हुई. प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना के चुनाव लड़ने पर चर्चा हुई और उन्हें राजौरी अनंतनाग लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.
बीजेपी में सौ से ज्यादा टिकट कंफर्म
बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति गुरुवार के साढ़े चार घंटे तक चली बैठक में 16 राज्यों की 301 सीटों में से 100 से अधिक सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं. शुक्रवार या फिर शनिवार को बीजेपी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है. माना जा है कि बीजेपी ने अपने दिग्गज नेताओं के साथ-साथ कुछ विपक्षी दलों की मजबूत सीटों पर कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर सकती है. इसके बाद बीजेपी दूसरी लिस्ट 10 मार्च तक जारी कर सकती है. बीजेपी ने करीब 300 सीटों पर तीन-तीन उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर रखा है.