उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों से क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट भी बरामद हुई है. इन आरोपियों ने बताया कि दूसरी पाली की परीक्षा का पेपर इन्हें वाट्सएप पर 17 फरवरी को ही मिल गया था.
जानकारी के मुताबिक, ये सभी आरोपी पश्चिमी यूपी के मेरठ जिले के रहने वाले हैं. इनकी पहचान साहिल, दीपक, बिट्टू, रोहित, प्रवीण और नवीन के रूप में हुई है. इससे पहले एसटीएफ की टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा लीक करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को धर दबोचा था. जिनकी पहचान प्रयागराज के रहने वाले अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव के रूप में की गई थी.
6 महीने में दोबारा होगी परीक्षा
17 और 18 फरवरी 2024 को प्रदेश भर में हुई उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसके बाद देशभर में स्टूडेंट्स जमकर हंगामा किया और फिर योगी सरकार द्वारा परीक्षा कैंसिल कर 6 महीने में दोबारा परीक्षा करने के आदेश दिए गए. पेपर लीक की इस घटना पर एसटीएफ अभी भी जांच कर रही है. ऑफलाइन हुई इस परीक्षा में 2 दिन में 48 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी.
पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष पर गिरी गाज
इस मामले में एक्शन लेते हुए यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया था. पेपर लीक मामले में चूक और एफआईआर दर्ज कराने में लापरवाही के चलते DG भर्ती बोर्ड अध्यक्ष रेणुका मिश्रा पर गाज गिरी है. उन्हें फिलहाल वेटिंग में रखा गया है. परीक्षा रद्द होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी और ना ही मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. उनकी जगह राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है. यूपी में 60 हजार से ज्यादा सिपाही भर्ती में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे. पेपर लीक के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी.