ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह उत्तम प्रणाली नहीं है और इसके साथ उनका अनुभव निराशाजनक रहा है. ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 31 रन से हार के दौरान कुछ निराशाजनक पलों से गुजरना पड़ा, क्योंकि डीआरएस में कुछ फैसले उसके पक्ष में नहीं गए. अंपायर निजेल लांग ने मैच के दौरान अजिंक्य रहाणे को तब कैच आउट दे दिया था. जब रहाणे 17 रन पर खेल रहे थे, लेकिन रीप्ले से पता चला कि गेंद बल्लेबाज के आगे वाले पैड पर लगी थी और उसने बल्ले या दस्ताने को स्पर्श नहीं किया था. अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा था.
इसी तरह से चेतेश्वर पुजारा को दूसरी पारी में आठ और 17 रन के निजी योग पर आउट दे दिया गया था, लेकिन दोनों अवसरों पर डीआरएस लेने पर अंपायर ने अपना फैसला बदल दिया था. रीप्ले से पता चला कि पहले अवसर पर गेंद बल्ले या दस्ताने के संपर्क में नहीं आई थी, जबकि दूसरे मौके पर गेंद विकेटों के ऊपर से निकल रही थी.
सिडनी मार्निंग हेरल्ड के अनुसार पेन ने कहा, ‘‘यह (डीआरएस) उत्तम प्रणाली नहीं है. यह निराशाजनक है. मुझे लगता है कि यह सभी के लिए निराशाजनक है. लेकिन अब जो है वह है.’’
इसके साथ ही टिम पेन के लिए भारत से मिली 31 रन की हार पचा पाना आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन आखिर तक मुकाबले में बने रहने के जज्बे से प्रेरणा लेकर पूरे विश्वास के साथ पर्थ टेस्ट में उतरेगी.
टिम पेन ने कहा, ‘‘इससे मुश्किल कुछ और नहीं हो सकता है. प्रत्येक टेस्ट मैच बहुत बड़ी चुनौती होती है और हमें उम्मीद थी कि इस सीरीज में शुरू से ही कड़ा मुकाबला होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप अच्छी टीम बनना चाहते हो तो आपको ऐसी टीम बनना होगा जिसे हराना मुश्किल होता है और आज हमने ऐसा किया. हमने भारत को जीत के लिए काफी संघर्ष करवाया. मुझे लगता है कि उन्होंने जितना सोचा था हमने उन्हें उससे ज्यादा मेहनत करवाई.’’
टिम पेन ने कहा, ‘‘हमने पहले दो टेस्ट मैचों के लिए यही टीम चुनी है और हम पूरे विश्वास के साथ वहां (पर्थ) जा रहे हैं.” टिम पेन ने कहा कि सीरीज में आगे बढ़ने से पहले उन्हें इस क्षेत्र में सुधार करना होगा.”