राष्ट्रपति ने अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाया, प्रोफेसर एसके द्विवेदी को दिया चार्ज

लखनऊ। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के कार्यवाहक वीसी प्रो. एनएमपी वर्मा को हटा दिया गया है. उनकी जगह पर अब विवि के ही इंवायरमेंटल साइंस के प्रो. एसके द्विवेदी को वीसी का चार्ज सौंपा गया है. भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग की ओर से मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया. इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से विश्वविद्यालय के विजिटर की शक्ति से प्रो. एसके द्विवेदी को स्थाई वीसी की नियुक्ति या अगले साल अगस्त में उनके रिटायरमेंट तक वीसी नियुक्त किया गया है. रजिस्ट्रार को निलंबित करने के कारण प्रो. वर्मा इस समय चर्चा में बने हुए थे.

विश्वविद्यालय के स्थाई वीसी प्रो. संजय सिंह ने मार्च में बीबीएयू वीसी से कार्यभार संभाला था. उसके बाद प्रो. एमएनपी वर्मा को बीबीएयू का कार्यवाहक वीसी बनाया गया था. प्रो. एनएमपी वर्मा भी इसी महीने 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं. इसके बाद प्रो. एसके द्विवेदी विवि के सबसे वरिष्ठ शिक्षक हैं. इसी के चलते उन्हें यह चार्ज दिया गया है.

हालांकि रिटायरमेंट से पहले हटाए जाने पर अब रजिस्ट्रार और प्रो. एनएमपी वर्मा के विवाद से इसे जोड़कर देखा जा रहा है. प्रो. वर्मा ने विवि के रजिस्ट्रार अश्विनी कुमार को निलंबित कर दिया था. जबकि कोर्ट ने कह कर निलंबन पर रोक लगा कि वीसी को इसकी पावर नहीं है. इसके बाद से वीसी की किरकिरी हो रही थी. वहीं, वीसी की ओर से रजिस्ट्रार के बाद चीफ विजिलेंस ऑफिसर शिल्पी वर्मा और प्रॉक्टर संजय कुमार को भी हटा दिया गया है.