बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य और महान बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने शुक्रवार को कहा कि उनकी समिति चाहती थी कि अनिल कुंबले भारत के कोच बने रहे लेकिन पिछले साल कप्तान विराट कोहली से मतभेद के बाद पूर्व कप्तान पद पर बने रहना नहीं चाहते थे. पिछले साल चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान के घटनाक्रम को याद करते हुए लक्ष्मण ने कहा कि उस प्रकरण ने सब कुछ बदमजा कर दिया था.
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि कोहली ने सीमा पार की है. सीएसी को लगता था कि कुंबले को पद पर बने रहना चाहिए लेकिन उसे लगा कि पद छोड़ना ही सही फैसला है. इस प्रकरण से सब कुछ बदमजा हो गया था.”
क्रिकेट सलाहकार समिति में लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली थे जिन्होंने 2016 में कुंबले को कोच चुना. कुंबले और कोहली के बीच मतभेद सार्वजनिक होने के बाद कुंबले ने पद से इस्तीफा दे दिया था.
लक्ष्मण ने कहा, “मुझे यह खराब लगा कि चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान वह गलत कारणों से सुर्खियों में था. सीएसी अनिल को पद पर बने रहते देखना चाहती थी लेकिन पूरा प्रकरण दुर्भाग्यपूर्ण था.”
उन्होंने कहा, “मैं हमेशा लोगों से कहता हूं कि सीएसी मैरिज सलाहकार नहीं है. हमारा काम सर्वश्रेष्ठ को चुनना है. हमने विस्तृत प्रक्रिया से यह किया लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि विराट कोहली ओर अनिल कुंबले मिलकर काम नहीं कर सके.”
गौरतलब है कि अनिल कुंबले ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद से इस्तीफा पिछले साल 20 जून 2017 को इस्तीफा दे दिया था. उन्हें 2016 में कोच नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल एक साल का था. टीम इंडिया के कोच और कप्तान विराट कोहली के बीच लंबे समय से अनबन चल रही थी. कुंबले ने अपने पत्र में लिखा था कि कप्तान विराट को उनके तरीकों पर ऐतराज था और उन्हें मेरे कोच बने रहने पर आपत्ति थी.