तीन हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा की हार के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि पार्टी नेतृत्व को हार और विफलताओं की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. गडकरी ने पुणे जिला शहरी सहकारी बैंक एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही.
साफगोई के लिये चर्चित भाजपा नेता गडकरी ने कहा, ‘सफलता के कई दावेदार होते हैं, लेकिन विफलता में कोई साथ नहीं होता. सफलता का श्रेय लेने के लिये लोगों में होड़ रहती है लेकिन विफलता को कोई स्वीकार नहीं करना चाहता, सब दूसरे की तरफ उंगली दिखाने लगते हैं.’
गडकरी के इस बयान को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर निशाने के तौर पर लिया जा रहा है. इससे पहले भी नितिन गडकरी ने कहा था कि भाजपा के कुछ नेताओं को कम बोलने की जरुरत है. इससे पहले महाराष्ट्र के कुछ कार्यकर्ताओं ने संघ प्रमुख को पत्र लिख 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की कमान नितिन गडकरी के हाथों में देने की बात कही थी.