टीम इंडिया के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सोमवार को भरोसा जताया कि अपनी लय और पलटवार करने की मानसिकता के साथ वह बुधवार से शुरू हो रहे बाक्सिंग डे टेस्ट में शतक ही नहीं बल्कि दोहरा शतक भी लगा सकते हैं. रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान सीरीज में अब तक दो टेस्ट में दो हाफ सेंचुरी की मदद से 164 रन बनाए हैं लेकिन पिछले साल कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़ने के बाद से तीन अंक में पहुंचने में नाकाम रहे हैं.
तीस साल के रहाणे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि इस मैच में ऐसा होगा. मैं जिस तरीके से बल्लेबाजी कर रहा हूं, एडीलेड से पर्थ तक, मेरी पलटवार करने की मानसिकता थी और मैं जिस लय से बल्लेबाजी कर रहा था, शायद शतक या दोहरा शतक भी बन सकता है.’’ रहाणे ने साल 2014 की सीरीज में मेलबर्न में ही शतकीय पारी खेली थी. इस मैच में विराट कोहली ने भी एक सेंचुरी और एक हाफ सेंचुरी लगाई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण यह है कि इस बारे में नहीं सोचूं. मैं उस तरह बल्लेबाजी जारी रखनी होगी जैसे मैं अभी कर रहा हूं. मैं स्थिति को थोड़ा बेहतर समझ सकता हूं और अगर मैं इस तरह बल्लेबाजी कर पाया तो यह टीम के लिए बेहतर होगा. निजी उपलब्धियां बाद में भी हासिल की जा सकती हैं.’’
यह वजह रही विदेशों में जीत दर्ज न कर पाने की
रहाणे ने कहा कि अगर विदेशों में लगातार जीत दर्ज करनी है तो बैटिंग यूनिट को गेंदबाजों का अधिक सहयोग करने की जरूरत है. भारत को दक्षिण अफ्रीका में 1-2 जबकि इंग्लैंड में इस साल 1-4 से शिकस्त का सामना करना पड़ा और इसका मुख्य कारण बल्लेबाजी क्रम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रहा. चार मैचों की मौजूदा सीरीज अभी 1-1 से बराबर चल रही है. भारतीय टीम पर्थ में दूसरी पारी में 140 रन पर ही आउट हो गई थी और उसे 146 रन से हार का सामना करना पड़ा था.
अलग नतीजों के लिए यह करना होगा टीम इंडिया को
रहाणे ने कहा, ‘‘एक बैटिंग यूनिट के रूप में हमें गेंदबाजों का समर्थन करना होगा. दक्षिण अफ्रीका दौरे से भारतीय गेंदबाज लगातार विरोधी टीम को दो बार आउट कर रहे हैं. अगर हमारे बल्लेबाज अच्छा खेलें और अपनी गेंदबाजी इकाई का समर्थन करें तो नतीजे अलग होंगे.’’ रहाणे ने कहा कि अतीत से सबक लेना महत्वपूर्ण है लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण है कि अगले दो टेस्ट मैचों में प्रत्येक सत्र के हिसाब से आगे बढ़ा जाए.
पर्थ में मौके गंवाए टीम इंडिया ने
उन्होंने कहा, ‘‘मैं लय में विश्वास रखता हूं विशेषकर क्रिकेट खेलते हुए. पर्थ टेस्ट में दबदबा बनाने के हमारे पास मौके थे और अगर हम ऐसा करते तो नतीजा अलग होता.’’ रहाणे ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में आपको छोटे मौकों को भी भुनाना होता है. अब से आगे यह हमारे लिए दो मैचों की सीरीज है. दूसरे टेस्ट के बाद हमें अच्छा ब्रेक मिला जो जरूरी था. हम तरोताजा शुरुआत करेंगे.’’
स्लेजिंग पर यह बोले रहाणे
रहाणे ने सीरीज में अब तक दो हाफ सेंचुरी जड़े हैं. उन्होंने एडीलेड में दूसरी पारी में 70 जबकि पर्थ में पहली पारी में 50 रन बनाए. दूसरे टेस्ट में भारतीय कप्तान विराट कोहली और आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के बीच लगातार तीखी बहस देखने को मिली. रहाणे ने इस पर कहा कि मौजूदा सीरीज में छींटाकशी मजेदार रही है. उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह से होना महत्वपूर्ण है (छींटाकशी के साथ सीमा पार नहीं करना) क्योंकि इससे टेस्ट क्रिकेट में जान डालने में मदद मिलती है.’’