भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया के अंतिम 11 खिलाड़ियों की घोषणा मैच से एक दिन पहले ही कर दी गई है. सीरीज इस समय 1-1 की बराबरी पर चल रही है. कप्तान विराट कोहली ने इस टीम में कुछ बड़े बदलाव किए हैं. विराट अच्छी तरह से समझते हैं कि यह मैच उनके और टीम इंडिया के लिए कितना बड़ा मौका है. इस मैच को जीतने के लिए वे कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. विराट के ऐसे चयन में कई संकेत ऐसे छिपे हैं जो टीम के लिए दूरगामी परिणाम देंगे.
मुरली विजय और केएल राहुल को हटाने का मतलब
मेलबर्न टेस्ट मैच के लिए सबसे अहम बदलाव टीम इंडिया की सलामी जोड़ी में बदलाव है. टीम में पहले दो टेस्ट मैचों के लिए मुरली विजय और केएल राहुल को चुना गया था. दोनों ही ओपनर इन मैचों में बुरी तरह से नाकाम रहे थे. उम्मीद की जा रही है कि मुरली और राहुल इस मौके का लाभ उठाते हुए अपनी तकनीक में सुधार करेंगे. बैटिंग के दौरान उनसे हो रही गलतियों को सुधार सकेंगे. दोनों को ही, खासतौर पर केएल राहुल को, अपनी तकनीक में खासा सुधार करने के जरूरत हैं. अब राहुल वनडे सीरीज पर ध्यान दे पाएंगे. अब ऑस्ट्रेलिया को भी रोहित और मयंक के लिए रणनीति बनानी होगी.
रोहित मयंक को लाने के मायने
अब विराट ने सलामी बल्लेबाज के रूप में मयंक अग्रवाल पर भरोसा जताया है. हालाकि दसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर विराट के पास रोहित शर्मा और हनुमा विहारी के रूप में विकल्प है. विराट ने जता दिया है कि उनके लिए इस मैच में सलामी जोड़ी कितनी अहम है. पहले कहा जा रहा था कि रोहित मेलबर्न में पारी की शुरुआत कर सकते हैं. . रोहित ने एडिलेड में मध्य क्रम में बल्लेबाजी की थी. वे एडिलेड टेस्ट में खास नहीं चले थे लेकिन दूसरी पारी में 37 रन बनाकर उन्होंने अपनी क्षमता जाहिर तो की थी. रोहित इस मैच में गैरजिम्मेदाराना तरीके से आउट हुए. वहीं मयंक अग्रवाल को वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मौका नहीं सका था जबकि उन्हें टीम में शामिल किया गया था, वे केवल प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना सके थे.
पर्थ की गलती सुधारी जडेजा को शामिल कर
विराट ने मेलबर्न टेस्ट के लिए रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया है. पर्थ टेस्ट में विराट चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरे थे, जबकि उन्होंने एक भी नियमित स्पिनर नहीं खिलाया था. इस टेस्ट के लिए अश्विन उपलब्ध नहीं थे. वहीं मेलबर्न टेस्ट के लिए भी अश्विन को खिलाने का जोखिम नहीं लिया गया. इसके बाद विराट ने जडेजा को शामिल किया. विराट का यह निर्णय इस बात के आधार पर लिया गया बताया जा रहा है, कि मेलबर्न पिच में पर्थ की तरह तेजी भी हुई तो स्पिनर्स के लिए तो गुंजाइश बनी ही रहेगी.
टीम इस प्रकार है
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह.
विराट इस टेस्ट को हर हाल में जीतना चाहते हैं. उनके चयन बताते हैं कि वे जोखिम लेने को तैयार हैं कोई उनका फेवरेट खिलाड़ी नहीं है खास तौर पर जब इतना कुछ दाव पर लग जाए तो. विराट का यह नजरिया आगे की टेस्ट सीरीज में भी दिखाई दे सकता है. बेशक टीम इंडिया इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है.