लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोहत्या को रोकने के बड़ा कदम उठाया है. सीएम योगी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे निराश्रित (लावारिस) गायों की उचित देखरेख के तत्काल उपाय करें और राज्य के विभिन्न हिस्सों में चारे की जमीन पर अतिक्रमण समाप्त करें.
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में योगी ने निराश्रित गायों के लिए बेहतर शरणस्थली मुहैया कराने के उपायों पर विचार के लिए समिति बनाने को कहा है. उन्होंने मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय से कहा कि वह सप्ताहभर में सिफारिशें दें. एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक उन्होंने कहा कि अगर चारे वाली जमीन पर कोई अतिक्रमण है तो उसे समाप्त कराने के तत्काल प्रबंध किये जाएं और संबंधित भूमाफिया पर कड़ी कार्रवाई की जाये.
‘गोवध और अवैध पशु वधशालाओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हो’
6 दिसंबर को भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोवध, गोवंश के अवैध व्यापार तथा अवैध रूप से संचालित पशु वधशालाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित किए जाने के आज निर्देश दिए थे . राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार योगी ने कहा था कि इस सम्बन्ध में कोई शिथिलता पाए जाने पर सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक—पुलिस अधीक्षक व्यक्तिगत तौर पर उत्तरदायी होंगे. इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी .
प्रवक्ता ने बताया था कि प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय द्वारा लखनऊ में योजना भवन में एक विशेष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को मुख्यमंत्री के निर्देशों की विस्तार से जानकारी दी गई.
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों—पुलिस अधीक्षकों को इस सम्बन्ध में की जा रही कार्रवाई की संयुक्त रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह मुख्य सचिव कार्यालय तथा पुलिस महानिदेशक कार्यालय को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे .