लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर स्थित नोएडा अथॉरिटी के पार्क में नमाज अदा करने पर लगाई गई रोक के संबंध में देवबंद के मुफ्ती ने कहा है कि सरकारी जमीन पर नमाज पढ़ना गलत है. इस मामले में अपनी बात रखते हुए मुफ्ती अहमद गौड़ ने कहा कि नमाजियों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि पार्क, सार्वजनिक स्थल, सरकारी जमीन आदि पर नमाज पढ़ने से यदि कोई विवाद पैदा होता है तो वहां नमाज न पढ़ें. गौड़ ने कहा कि नमाजियों को वहां के सरकारी अमले या जमीन के मालिक से इजाजत लेकर ही नमाज अदा करनी चाहिए.
पीटीआई के मुताबिक मुफ्ती ने कहा कि शरीयत इस बात की इजाजत नहीं देता कि विवाद के बावजूद किसी जगह पर नमाज पढ़ी जाए. गौड़ ने कहा कि नमाज पढ़ना फर्ज है और जरूरी है, लेकिन किसी भी स्थान पर जबरदस्ती नमाज पढ़ना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक वहां के लोगों की आपसी सहमति न हो, नमाज नहीं पढ़नी चाहिए.
उन्होंने कहा कि यदि किसी कंपनी में काम करने वाले नमाजी हैं तो उस कंपनी को नमाज अदा करने की जगह मुहैया करानी चाहिए, और यदि नमाजी अधिक हैं तो भी ऐसी जगह चिह्नित कराई जानी चाहिए जहां सभी सुकून के साथ नमाज अदा की जा सके. बता दें कि गौतम बुद्ध नगर जिला पुलिस द्वारा इस संबंध में प्रतिबंध का पालन कराने के लिए 26 कंपनियों को नोटिस भी जारी किया गया था.