300 दिन से लगातार खेल रहे श्रेयस अय्यर का छलका दर्द, ‘मशीन नहीं हूं, थक गया हूं’

श्रेयस अय्यर ने टीम इंडिया के लिए अंतिम वनडे इस साल फरवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. हालांकि इस मैच में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था. आईपीएल 2019 में दिल्ली कैपिटल का नेतृत्व करने जा रहे अय्यर ने छह वनडे मैचों में 42.00 की औसत से कुल 210 रन बनाए हैं. उनका उच्चतम स्कोर 88 रन रहा. पांच पारियों में दो अर्धशतक भी जमाए हैं. इसके बावजूद उनका चयन भरतीय टीम में नहीं हुआ. हालांकि अय्यर इस बात से ज्यादा परेशान हैं कि उन्हें विश्राम नहीं दिया गया. लगातार मैच खेलकर वह थक गए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में श्रेयस अय्यर ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. अपनी मनोस्थिति के बारे में उन्होंने कहा, “कोई फील नहीं आ रहा है. मेरे अंदर भी भावनाएं खत्म हो गई हैं. कोई आकर कहता है कि मैं टीम में हूं, टीम में नहीं हू..इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.”

2014 में डेब्यू करने के बाद से, पिछले तीन रणजी सीजन में, अय्यर ने क्रमश: 809, 1321 और 725 रन बनाए हैं. दिसंबर 2017 में टी-20 न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें चुना गया. इसके बाद से चयनकर्ताओं ने अन्य विकल्पों पर विचार किया. राष्ट्रीय टीम से दूर हैं. यह भी लगभग तय है कि वह 2019 का विश्वकप नहीं खेलेंगे क्योंकि चयनकर्ता मिडिल ऑर्डर के लिए अंबाती रायडू पर दांव खेल सकते हैं जो कि लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.

इस बारे में अय्यर का कहना है, “मैंने इस बारे में बहुत ज्यादा सोचना बंद कर दिया है. मैंने खुद को समझा लिया है कि मुझे मजे करना है. मैं चयन को लेकर अपनी खुशियां नहीं गंवाना चाहता अन्यथा मैं कुंठित हो जाऊंगा और अपना भविष्य खराब कर बैठूंगा. इसलिए बेहतर है कि जीवन का आनंद उठाऊं, चयन तो अस्थायी चीज है.”

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अय्यर ने कहा कि थकान के साइड इफेक्ट नजर आने लगे हैं. 

चयन के मामले की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए अय्यर ने कहा कि लोग पूछते हैं क्या विश्वकप खेलोगे? इन दिनों में केवल इतना ही कह सकता हूं कि मुझे नहीं मालूम. जो खिलाड़ी भारतीय टीम में चयन चाहते हैं उनके लिए अन्य समस्याएं भी हैं. विश्राम के लिए कोई समय नहीं है. क्रिकेट में पूरा समय निकल जाता है. उन्होंने कहा, “मैं अभी उस स्थिति पर नहीं पहुंचा जिस पर शिखर धवन जैसे खिलाड़ी हैं. वह रणजी से दूर रह सकता है. मुझे रन बनाने की जरूरत है. मुझे हर समय बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है.”

मैं मानसिक रूप से थक चुका हूं
अय्यर ने कहा कि थकान के साइड इफेक्ट नजर आने लगे हैं. उन्होंने कहा, “मेरा शरीर पूरी तरह से थक चुका है. मैं मानसिक तौर पर थक चुका हूं. लेकिन कोई यह कहने वाला नहीं है कि विश्राम ले लूं. किसी को फर्क पड़ता नहीं कुछ.” श्रेयस अय्यर आईपीएल के अलावा भारत ए, विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी का हिस्सा रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या किसी को विश्राम के लिए आपसे कहना चाहिए तो इस पर उन्होंने कहा, “हम मशीन नहीं हैं. मैं यह बात हर इंटरव्यू में कहना चाहता हूं. कोई यह कहने वाला नहीं है कि खिलाड़ियों को पर्याप्त विश्राम नहीं मिल्ता. हम दो साल से लगातार खेल रहे हैं. जरा सा भी ब्रेक नहीं मिलता. मैं 300 दिन से घर से बाहर हूं. भले ही मैं भारत में हूं लेकिन घर पर नहीं हूं.”

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