ऑस्ट्रेलिया के कैमरन बैनक्रॉफ्ट प्रोफेशनल क्रिकेट में लौट आए हैं, पर शायद उन्हें फॉर्म में वापसी में वक्त लगेगा. बॉल टैम्परिंग मामले में 9 महीने का बैन झेलने वाले बैनक्रॉफ्ट रविवार (30 दिसंबर) को बिग बैश लीग के मुकाबले में उतरे. हालांकि, बैनक्रॉफ्ट का कमबैक मैच ना तो उनके लिए और ना ही टीम के लिए अच्छा रहा. बैनक्रॉफ्ट इस मैच में सिर्फ दो रन बना सके और उनकी टीम यह मैच हार गई. दर्शकों ने बैनक्राफ्ट के खिलाफ हूटिंग की और नारे भी लगाए.
26 साल के कैमरन बैनक्राफ्ट पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के दौरान बॉल टैम्परिंग करते हुए रंगेहाथ पकड़े गए थे. इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने उन पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया गया था. बैनक्रॉफ्ट के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और उप कप्तान डेविड वॉर्नर पर भी प्रतिबंध लगा था. इन दोनों पर एक-एक साल का बैन लगा था.
बॉल टैम्परिंग मामला पिछले साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका मैच के दौरान हुआ था. इस तरह बैनक्रॉफ्ट पर लगा बैन शनिवार (29 दिसंबर) को खत्म हो गया. मैच खत्म होते ही बिग बैश लीग की टीम पर्थ स्कोरचर्स ने उन्हें अपने प्लेइंग-11 में शामिल कर लिया गया. पर्थ स्कोरचर्स का मुकाबला रविवार (30 दिसंबर) को होबार्ट हरिकेन्स से हुआ.
पर्थ स्कोरचर्स की टीम टी20 लीग के इस मैच में 20 ओवर में 8 विकेट पर महज 107 रन बना सकी. बैनक्रॉफ्ट पांचवें नंबर पर बैटिंग करने उतरे. वे तीन गेंद पर दो रन बनाकर विकेटकीपर मैथ्यू वेड द्वारा लपके गए. होबार्ट हरिकेन्स ने इसके बाद जीत के लिए जरूरी रन 17.3 ओवर में चार विकेट खोकर बना लिए. बैनक्रॉफ्ट को टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज शामिल किया गया था. उन्होंने दो कैच लेकर बतौर विकेटकीपर अपनी उपयोगिता साबित की.
बैनक्राफ्ट ने 8 टेस्ट में 402 रन बनाए हैं. इसमें 3 अर्धशतक शामिल हैं. बैनक्राफ्ट का सर्वाधिक टेस्ट स्कोर नाबाद 82 रन है. उन्होंने एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेला है. वनडे मैचों में अभी उन्हें मौका नहीं मिला है. उन्होंने वापसी से एक दिन पहले इंस्टाग्राम पर लिखा था, ‘पिछले नौ महीने के सफर के बारे में क्या कहूं. मैं जहां हूं, उसके लिए शुक्रगुजार हूं और एक इंसान के तौर पर आगे बढ़ता रहूंगा. पिछले नौ महीने में व्यक्तिगत, दल, टीम और समुदाय के तौर जो भी मेरी यात्रा का हिस्सा रहा, उसका शुक्रिया.’