नई दिल्ली। राफेल विमान सौदे को लेकर बुधवार में एक बार फिर लोकसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सदन में राफेल सौदे को लेकर चर्चा में हिस्सा लिया. राहुल गांधी ने इस दौरान कुछ ही देर पहले कांग्रेस द्वारा जारी की गई गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से जुड़ी टेप को संसद में चलाने की परमिशन मांगी. जिसके बाद जोरदार हंगामा हुआ और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने राहुल गांधी को इसकी परमिशन नहीं दी है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी राहुल गांधी का विरोध किया.
लोकसभा में क्या हुआ…?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में राफेल मुद्दे पर जैसे ही बोलना शुरू किया, तो उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने अपनी जेब से फोन निकाल कर मनोहर पर्रिकर से जुड़े ऑडियो टेप को चलाने की परमिशन मांगी. राहुल के परमिशन मांगते ही सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ.
सुमित्रा महाजन ने किया इनकार
राहुल गांधी के ऑडियो क्लिप चलाने की परमिशन मांगने को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने तुरंत इनकार कर दिया. सुमित्रा महाजन ने कहा कि अगर आप इस ऑडियो टेप की पुष्टि करते हैं और इसकी जिम्मेदारी लिखित में देते हैं तो ही चला सकते हैं. हालांकि, राहुल गांधी ने तुरंत कहा कि क्या वह ऑडियो चलाने की बजाय उसकी ट्रांसक्रिप्ट पढ़ सकते हैं. लेकिन इसको लेकर भी सुमित्रा महाजन ने परमिशन नहीं दी.
राहुल गांधी पर जमकर बरसे अरुण जेटली
राहुल गांधी द्वारा ऑडियो टेप चलाने की परमिशन मांगने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली भड़क गए. अरुण जेटली ने कहा कि राहुल गांधी इस ऑडियो की पुष्टि नहीं कर रहे हैं, यही कारण है कि वह आपको आश्वासन नहीं दे रहे हैं. ना ही वो लिखित में इसकी पुष्टि करना चाह रहे हैं. अरुण जेटली ने कहा कि पिछले भाषण में जो राहुल गांधी ने दावा किया था उसे फ्रांस की ही सरकार ने ठुकरा दिया था. इसका मतलब राहुल गांधी एक झूठे व्यक्ति हैं जो लगातार गलत आरोप लगा रहे हैं.
राफेल के मुद्दे पर राहुल क्या बोले?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लगातार अपने भाषण में मोदी सरकार पर राफेल डील में घोटाले के आरोप लगाए. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने इस सौदे के लिए सुरक्षा की कैबिनेट कमेटी की परमिशन नहीं ली. बता दें कि राफेल विमान की खरीद प्रक्रिया को लेकर कुछ ही दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि इस डील की प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं है.
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने बुधवार सुबह ही एक ऑडियो जारी किया है. जिसमें गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे की बातचीत होने का दावा किया गया है. इसमें वह दावा कर रहे हैं कि मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में राफेल डील की सभी फाइलें पड़ी हुई हैं.