रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक मंदिर की विवादित जमीन की पैरवी करने वाले पुजारी की लाश मंदिर के मुख्य द्वार पर लटकी हुई मिली. उनकी मौत की ख़बर इलाके में फैलते ही सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और पुलिस को शव नीचे नहीं उतारने दिया. अधिकारियों ने बामुश्किल ग्राणीणों को समझाबुझाकर शांत किया.
वारदात रायबरेली के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र की है. जहां इटौरा बुजुर्ग गांव में रामजानकी मंदिर की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. जिसकी पैरवी मंदिर के पुजारी बाबा प्रेमदास कर रहे थे. वो लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहे थे. अब इलाके के लोग आंशका जता रहे हैं कि बाबा प्रेमदास का कत्ल किया गया है. उनकी लाश मंदिर परिसर के मुख्य गेट पर लटकी हुई मिली.
ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. वो बाबा की लाश उतारने को तैयार नहीं थे. उनकी मांग थी कि सूबे के मुख्यमंत्री मंहत योगी आदित्यनाथ मौके पर पहुंचे. मामला बढ़ता देख डीएम और एएसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की.
मंदिर की जमीन को लेकर काफी समय से पुजारी बाबा का कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ विवाद चल रहा था. हाल में ही बाबा ने अमेठी जिले के गौरीगंज के मौनी बाबा को उक्त मंदिर का पीठासीन अधिकारी नियुक्ति किये जाने की बात कहा थी. इसके बाद बाबा ने रायबरेली और अमेठी के डीएम से उनकी हत्या किए जाने की आशंका जताई थी.
जिस पर डीएम अमेठी ने रायबरेली के डीएम और एसपी से रिपोर्ट मांगी थी. तब से मामला लटका हुआ है. हालांकि मंदिर विवाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक चल रहा है. अब जिला प्रशासन और गुस्साए ग्राणीण मौनी बाबा का इंतजार कर रहे हैं. गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. जिले के आला अधिकारी खुद मौके पर डेरा डाले हुए हैं.