भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा ने आखिरी टेस्ट में बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया लेकिन वे दोहरा शतक लगाने से केवल 7 रन से चूक गए. हालाकि आउट होने से पहले पुजारा ने टीम इंडिया को बहुत ही मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. पुजारा को सिडनी में अपनी डबल सेंचुरी पूरी करने से ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लॉयन ने अपनी ही गेंद पर कैच किया और पुजारा 193 रन बनाकर आउट हो गए. इससे पहले पुजारा ने टीम इंडिया का स्कोर 400 के पार करवाया.
विदेश में पहले दोहरे शतक से चूके
पुजारा अपने करियर के चौथा दोहरा शतक लगाने से चूके. पुजारा अब तक अपने टेस्ट करियर में तीन दोहरे शतक लगा चुके हैं. ये तीनों दोहरे शतक उन्होंने भारत में ही लगाए हैं. विदेश में वे अब तक एक भी दोहरा शतक नहीं लगा सके हैं. पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इससे पहले दो दोहरे शतक लगा चुके हैं. आखिरी बार उन्होंने साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही रांची में 202 रनों की पारी खेली थी.
सिडनी में शास्त्री और सचिन की बराबरी से चूके
सिडनी में अब तक केवल दो भारतीय बल्लेबाजों ने दोहरे शतक लगाए हैं इससे पहले टीम इंडिया के लिए साल 2004 में सचिन तेंदुलकर ने 241 रनों की नाबाद पारी खेली थी. इसके बाद टीम इंडिया के वर्तमान कोच रवि शास्त्री ने 1992 में इसी मैदान पर 206 रनों की पारी खेली थी. ऑस्ट्रेलिया में भारत की ओर से अब तक तीन दोहरे शतक लग चुके हैं जिनमें दो सिडनी में लगे हैं. ऑस्ट्रेलिया में भारत की ओर से सिडनी के अलावा एक दोहरा शतक लगा है. राहुल द्रविड़ ने साल 2003 में एडिलेड में 233 रनों की पारी खेलकर लगाया था.
11वां दोहरा शतक होता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भारतीय का
अब तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की ओर से 10 दोहरे शतक लग चुके हैं जिसमें से सात भारत में और तीन ऑस्ट्रेलिया में लग चुके हैं इनमें से दो खुद पुजारा के हैं, लेकिन यह दोनों ही डबल सेंचुरी भारत में लगी है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा बार दोहरा शतक लगाने से चूके
पुजारा ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो बार दोहरे शतक लगाए हैं लेकिन कोई भी भारतीय बल्लेबाज ऐसा नहीं है जिसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन बार दोहरे शतक लगाए हों. पुजारा ऐसा करने से चूक गए. पुजारा के अलावा सचिन तेंदुलकर और वीवीएल लक्ष्मण भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो दोहरे शतक लगा चुके हैं. वहीं रवि शास्त्री, राहुल द्रविड़, एमएस धोनी, और गौतम गंभीर एक-एक बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक लगा चुके हैं.
पुजारा ने पहले दिन शतक लगाने के बाद दूसरे दिन भी अपनी बल्लेबाजी पहले दिन की तरह जारी रखी और जल्दी ही अपने 150 रन पूरे किए. पुजारा ने पहले दिन के अपने स्कोर 130 रन आगे खेलना शुरू किया और पहले ही ओवर में तीन रन लेकर अपने इरादे जता दिए कि वे रुकने वाले नहीं हैं.
पहले दिन के तीसरे सत्र में पूरा किया था शतक
पहले दिन चाय के बाद कप्तान विराट कोहली के आउट होने के बाद भी पुजारा ने अपने खेलने का अंदाज नहीं बदला, बल्कि उन्हें और भी ज्यादा रन बनाने वाली गेंदें मिलती गईं और वे गेंदें उनके मुताबिक ट्रीटमेंट देते गए. पुजारा ने अपने 100 रन 199 गेंदों में पूरे किए. पुजारा के टेस्ट करियर का यह 18 वां शतक है.
मेलबर्न-एडिलेड में भी लगाया था शतक
पुजारा ने इससे पहले मेलबर्न में भी सीरीज के तीसरे टेस्ट में बेहतरीन शतक लगाया था. पुजारा ने मेलबर्न में 280 गेंदों में अपने करियर का सबसे धीमा शतक पूरा किया था. पुजारा ने इस पारी में 106 रन बनाए थे उससे पहले एडिलेड टेस्ट में भी पुजारा ने पहली पारी में शानदार 123 रन बनाए थे जिसकी वजह से टीम इंडिया एडिलेड टेस्ट में ऐतिहासिक जीत हासिल कर सकी थी. पुजारा पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच भी रहे थे.