शिलांग। मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस कैबिनेट ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है. सरकार में भाजपा के भी दो मंत्री हैं. प्रदेश में भगवा पार्टी के नेतृत्व ने कहा है कि प्रस्तावित कानून पर वे ‘जातीय मूल के लोगों के साथ’ हैं. कैबिनेट ने गुरुवार को बैठक के दौरान प्रस्ताव पारित किया. बीजेपी ने मंत्रिमंडल के फैसले का समर्थन किया है. एमडीए सरकार में भगवा पार्टी के दो विधायक हैं.
स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा विधायक एएल हेक ने कहा, “हम राज्य के लोगों के साथ हैं. राज्य कैबिनेट ने सर्वसम्मति से विधेयक के विरोध वाला एक प्रस्ताव पारित किया है और हम सरकार का हिस्सा हैं.” मुद्दे पर वह क्या भाजपा से इस्तीफा देंगे, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा “सवाल ही नहीं है. लोगों ने मुझे वोट दिया है. अपने प्रतिनिधि के तौर पर उन्होंने मुझे जिम्मेदारी है और मैं इस दायित्व को निभाता रहूंगा.”
असम में प्रदर्शन का दौर जारी
विवादित नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में शुक्रवार को जोरहट में उपायुक्त कार्यालय के सामने प्रदर्शन के दौरान एक शख्स ने साहित्यकार हीरेन गोहेन पर देशद्रोह का आरोप लगाये जाने पर अपनी निराशा जाहिर करते हुए निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन किया. व्यक्ति की पहचान मंटू दत्ता के तौर पर हुई है.
लोकसभा में आठ जनवरी को पारित नागरिकता (संशोधन) विधेयक में उन गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है जो बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में धार्मिक अत्याचारों के कारण देश छोड़कर 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए हैं. साहित्य अकादमी से सम्मानित एवं गुवाहाटी विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर हीरेन गोहेन द्वारा नागरिकता विधेयक को लेकर उनकी कथित टिप्पणियों पर पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बृहस्पतिवार को उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया. शुक्रवार को गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी.