नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर लगातार आतंक के साये में है. खुफिया एजेंसियों ने एक बार फिर प्रदेश में आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया है. इस ताजा अलर्ट के मुताबिक पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद जम्मू-कश्मीर में बड़े हमले की फिराक में है. खुफिया इनपुट के मुताबिक जैश के आतंकी 5 से 9 अप्रैल के बीच किसी भी वक्त राज्य में बड़ा आतंकी हमला कर सकते हैं. पाकिस्तान इसके लिए आतंकियों की मदद कर रहा है. इसके मद्देनजर सेना और सुरक्षाबलों को अलर्ट रहने को कहा गया है. इसके साथ ही पाकिस्तान राज्य में चुनावों के दौरान भी हमला करवाने की साजिश रच रहा है.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान जम्मू-कश्मीर में शांति व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश रच रहा है. पाकिस्तान चुनावों के दौरान राज्य में बड़े आतंकी हमले की प्लानिंग कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसी तीन टीमें कश्मीर घाटी के लिए बनाई हैं. ये टीमें चुनाव के दौरान पोलिंग बूथ और उम्मीदवारों को अपना निशाना बना सकती हैं. एजेंसियों के मुताबिक आईएसआई कश्मीर घाटी में आतंकी हमले के लिए विस्फोटक के इस्तेमाल के लिए आतंकियों को अफगानिस्तान से आतंकी भेजकर प्रशिक्षित करने की कोशिश में है.
बता दें कि 11 अप्रैल से लोकसभा चुनाव होने हैं. 23 मई को मतगणना होगी. हाल ही में गृह मंत्रालय और चुनाव आयोग के बीच राज्य में अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजने का निर्णय लिया गया है. ज़ी न्यूज से बातचीत में सुरक्षाबलों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य में चुनावों के दौरान सभी उम्मीदवारों को सुरक्षा मुहैया कराना और पोलिंग बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद रखना बड़ा टास्क है. लेकिन कश्मीर के मतदाता बिना डरे वोट डाल पाएं, इसके लिए यह जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर जून में राज्य में विधानसभा चुनाव होते हैं तो उस दौरान 11000 पोलिंग बूथ और 900 उम्मीदवारों को सुरक्षा देनी होगी.