धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के जंगली एरिया सालेघाट में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 2 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है. सीआरपीएफ के जवानों के घायल होने की सूचना पर घटना स्थल पर पहुंचे कमांडेंट 211वीं बटालियन की टीम ने जवानों को घटना स्थल से निकाल कर अस्पताल के लिए रवाना कर दिया था, जिसके बाद एक जवान की मौत हो गई.
बता दें घटना धमतरी जिले के वन क्षेत्र सालेघाट के बोराई का है, जहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 2 जवान घायल हो गए थे, जिनमें से एक जवान ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मिली जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ की 211 बटालियन के जवान बीते 3 मार्च को धमतरी के सालेघाट में नक्सलियों के होने की सूचना पर सर्चिंग के लिए निकले थे. जहां घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने भी जबावी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों के डेरे पर हमला किया. जिसके बाद काफी देर तक चली गोलीबारी में दो जवान घायल हो गए.
बता दें बीते गुरुवार (4 अप्रैल) को भी कांकेर जिले में नक्सिलयों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें बीएसएफ के 4 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 2 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे. बीएसएफ के जवानों और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ कांकेर जिले के परतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत महला गांव में हुई थी, जिसमें बीएसएफ की 114वीं बटालियन के 4 जवान शहीद हुए थे.
पुलिस अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया था कि ‘बीएसएफ के जवानों का एक दल गुरुवार की सुबह गश्त पर निकला था. जवान महला गांव के पास पहुंचे ही थे कि नक्सलियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया, जिसके बाद बीएसएफ के जवानों ने भी जबावी कार्रवाई शुरू की, लेकिन तब तक चार जवान शहीद हो चुके थे. इससे पहले कि जवान कोई कार्रवाई कर पाते नक्सली अपना सामान लेकर वहां से फरार हो गए’