सूरत। गुजरात के सूरत में सरथाना इलाके में तक्षशिला आर्केड नाम की कॉमर्शियल बिल्डिंग में शुक्रवार को भीषण आग लग गई. इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई. गुजरात के सीएम ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है.
इस हादसे में पीछे गंभीर लापरवाही की बात सामने आ रही है. इस बिल्डिंग में अवैध रूप से ट्यूशन क्लासेस चलाई जा रही थी. शुक्रवार को बिल्डिंग में आग लगने से अफरातफरी मची और देखते ही देखते करीब 18 छात्र की आग में झुलजने से मौत हो गई. मिली जानकारी के अनुसार तक्षशिला आर्केड में ऊपरी मंज़िल पर ट्यूशन क्लास चल रही थी. इस क्लास ने इसके लिए जरूरी मंज़ूरी नहीं ली थी.
शुरुआती जानकारी के अनुसार, दोपहर के बाद क्लास में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी. आग इतनी भयानक थी की छात्रों को बाहर निकलने का रास्ता ही नहीं मिला. जिस रास्ते से छात्रों को निकलना था, उसे आग ने जलाकर खाक कर दिया, इसके बाद अपनी जान बचाने के लिए छात्र चौथी मंज़िल से अचानक कूद पड़े और कई छात्रों को तो कूदने का मौका भी नहीं मिला. आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते 18 छात्रों की मौत हो गई. हादसे में कई लोग घायल भी हो सकते हैं.
इमारत के ऊपर डॉम बनाकर इसमें क्लास चलाई जा रही थी. आग लगने से इतना धुँआ फ़ैला कि की पहले कई छात्रों का दम घुटा और वह बेहोश हो गए. आग इतनी भयानक थी मूर्छित छात्रों की आग में झुलसने से मौत हो गई. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस पूरी घटना के जांच के आदेश दिए हैं. मृतक छात्रों के परिवार को चार लाख की सहायता की घोषणा की गई है.
अवैध क्लास में हवा निकलने की जगह नहीं थी. इस कारण धुँआ बाहर नहीं निकला और दम घुटने से देखते ही देखते 18 छात्रों की मौत हो गई. खुद सूरत के रहने वाले और नवसारी के सांसद सीआर पाटिल ने भी कहा कि ये प्रशासन की लापरवाही है. नवम्बर 2018 में इसी तरह ट्यूशन में आग लगने से एक छात्र की मौत हो गई थी.