सहारनपुर। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते इमरान खान सरकार में भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों पर की गई बर्बरता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच न्यूयॉर्क में होने वाली बातचीत रद्द कर दी गई है. पाकिस्तान की ताजा हरकतों को लेकर देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कसमी ने कहा कि जो सैनिक सीमा पर हमारे देश की रक्षा करते हैं, पाकिस्तान उनको शहीद कर रहा है. एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री दोस्ती का हाथ बढ़ाते हैं और दूसरी तरफ हमारे सैनिकों को शहीद किया जा रहा है. हम ये किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे. देवबंदी उलेमाओं ने मोदी सरकार से मांग की है कि वे पाकिस्तान की दोस्ती के फैसले को ठुकराए और इन हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दे.
21 सितंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यूनाइटेड नेशनल जनरल असेंबली (UNGA) की न्यूयॉर्क में होने वाली बैठक के इतर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बैठक प्रस्तावित थी. लेकिन, पाकिस्तानी सैनिकों के इस कृत्य के बाद हमने इस बैठक को रद्द करने का फैसला किया है.
रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान का दोहरा चरित्र एकबार फिर से उजागर हो चुका है. हमने बातचीत इसलिए रखी थी, क्योंकि पाक प्रधानमंत्री ने शांति के पक्ष में भारत को चिट्ठी लिखी थी. लेकिन, अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का असली चेहरा सामने आ चुका है. बता दें, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि वह चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच चल रहे तमाम मुद्दों को बातचीत से सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ा जाए.
बता दें, पिछले कुछ सालों में भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी खराब हो गए हैं. 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता भी नहीं हुई है.