केरल। केरल में एक बार फिर तूफानी बारिश शैलाब ला सकती है। भारतीय मौसम विभाग ने भविष्वाणी की है कि अगले 45 दिनों तक केरल भारी बारिश और गरज के साथ छींटों का चश्मदीद बन सकता है। 7 अक्टूबर के लिए तीन जिलों में रेड अलर्ट भी घोषित किया गया है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि केरल की अलग-अलग जगहों पर 3,4,5, और 6 अक्टूबर को 7-11 सेंटीमीटर से 12-20 सेंटीमीटर तक भारी बारिश हो सकती है। 7 अक्टूबर को एक या दो जगहों पर 21 सेंटीमीटर से ऊपर घनघोर वर्षा हो सकती है। 5 अक्टूबर को अलग-अलग जगहों पर गरज के साथ छीटे और हवाओं के झोंके चलने का अनुमान बन रहा है। केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के जरिये इस बारे में जानकारी साझा की है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक 6 और 7 अक्टूबर को दक्षिण और मध्य अरब सागर में बहुत ही खराब परिस्थितियां बनने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे इन इलाकों में न जाएं और 5 अक्टूबर तक सुरक्षित तटों पर पहुंच जाएं। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आने वाले दिनों में केंद्रीय एजेंसियों से उनके समर्थन के लिए कहा है।
विजयन ने पत्रकारों से कहा, ”7 अक्टूबर के लिए तीन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने स्थिति का आकलन करने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। हमने केंद्रीय एजेंसियों से समर्थन मांगा है और एनडीआरएफ की पांच कंपनियां के लिए कहा है।” उन्होंने आगे कहा, ”जिला प्रशासन को संकट से निपटने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है। पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे पहाड़ी इलाकों, खासकर नीलाकुरिंजी देखने के लिए मुन्नार की यात्रा न करें।
इससे पहले 26 सितंबर को इडुक्की और वायानाड जिलों में मौसम के पूर्वानुमान को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया था। अगस्त में केरल में भारी बारिश और बाढ़ के कारण करीब 400 लोगों की मौत हो गई थी। सीएम विजयन के मुताबिक पहले अनुमानित किए गए 20,000 करोड़ रुपये के मुकाबले नुकसान ज्यादा बैठ सकता है।