पुलिस के एक्शन से विकास दुबे गैंग पस्त, 3 ढेर और 4 गिरफ्तार, भागता फिर रहा कानपुर हत्याकांड का गुनहगार

लखनऊ। भले ही विकास दुबे अभी तक पुलिस के शिकंजे में नहीं आ पाया है, लेकिन उसका गैंग पूरी तरह से खत्म हो रहा है। पुलिस ने अब तक उसके तीन साथियों को मार गिराया है वहीं चार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं विकास दुबे भी पुलिस से बचने के लिए भागा-भागा फिर रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

विकास दुबे को सबसे बड़ा झटका आज सुबह लगा। जब उसका बॉडीगार्ड कहे जाने वाला और उसके सबसे करीबी अमर दुबे को पुलिस ने हमीरपुर में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। इसके साथ ही मंगलवार देर रात फरीदाबाद में तीन तथा कानपुर में बुधवार सुबह तीन अन्य बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। फरीदाबाद में गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से कानपुर से लूटे गए असलहे बरामद किए हैं। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि बुधवार सुबह हमीरपुर के मौदहा में विकास का करीबी सहयोगी अमर दुबे एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उन्होंने बताया कि अमर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और उसके पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल तथा कारतूस बरामद हुए हैं।

अब तक कौन कौन मारा गया : 

– विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश

– विकास दुबे का भतीजा अतुल दुबे

– विकास दुबे का बॉडीगार्ड कहे जाने वाला और उसका सबसे करीबी अमर दुबे

अब तक कौन कौन गिरपफ्तार हुआ 

– दयाशंकर कल्लू

– श्यामू वाजपेयी

– फरीदाबाद से कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर

फरीदाबाद में धरे गए कार्तिकेय, श्रवण व अंकुर
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद में मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर विकास दुबे के साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर और उसके पिता श्रवण को गिरफ्तार किया है। उनके पास से गत दो-तीन जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद उनसे लूटी गई पिस्टल मिली है। इसके अलावा दो अन्य पिस्टल और 44 कारतूस भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार की रात 50 हजार रुपये का एक अन्य नामजद अपराधी श्यामू बाजपेयी भी गिरफ्तार किया गया है। साथ ही मामले के एक अन्य अभियुक्त जहान यादव तथा उसके साथी संजीव दुबे को कानपुर नगर की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी: प्रशांत कुमार
एडीजी ने कहा कि हम लोग अपने साथियों की शहादत को व्यर्थ नहीं होने देंगे और जो भी कार्रवाई होगी वह कानून के दायरे में होगी और ऐसी होगी कि दोषियों को हमेशा पछतावा होगा। प्रशांत कुमार ने बताया कि बिकरू कांड के दौरान पुलिस से लूटे गए पांच में से तीन हथियारों को बरामद कर लिया गया है। बाकी एक एके-47 और एक इंसास राइफल की बरामदगी के प्रयास जारी हैं।

दूसरी ओर एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि बिकरू हत्याकांड मामले में नामजद सभी अभियुक्तों की तलाश की जा रही है। जब भी हमें उनके बारे में कोई सूचना मिलती है हमने स्थानीय पुलिस की मदद लेते हैं। विकास को गिरफ्तार करने में हो रही देर के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि वह बहुत शातिर अपराधी है और अक्सर छिपा रहता है लिहाजा उसे पकड़ने में समय लग रहा है लेकिन हम उसे निश्चित रूप से पकड़ेंगे। हमें कामयाबी मिलनी शुरू हो चुकी है।

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