अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले चयनकर्ताओं की नजर में आने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ियों के पास आखिरी मौका देवधर ट्रॉफी के साथ मिलने वाला है. मंगलवार से इंडिया ए, इंडिया बी और इंडिया सी के बीच खिताब जीतने की शुरूआत होगी. फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में होने वाले टूर्नामेंट के पहले मैच में इंडिया-ए का सामना इंडिया-बी टीम से होगा.
इस टूर्नामेंट में कई युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं और इन सभी की कोशिश वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही पांच मैचों की वनडे सीरीज के बाकी बचे तीन मैचों में अपनी जगह बनाने पर होगी.
इंडिया-ए की कमान अनुभवी विकेटकीपर दिनेश कार्तिक के हाथों में है वहीं इंडिया-बी की कप्तानी मुंबई को विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब दिलाने वाले कप्तान श्रेयस अय्यर के जिम्मे है.
इस मुकाबले के साथ कार्तिक एक बार फिर वनडे टीम में जगह बनाने की कोशिश करेंगे. कार्तिक अपने नए ग्लव्स के साथ विकेट के पीछे मोर्चा संभालने के लिए तैयार हैं. 45 खिलाड़ियों की लिस्ट में कार्तिक सबसे अहम खिलाड़ी होंगे जिनपर चयनकर्ताओं की पैनी नजर होंगी. हालाकि उन्हें लगता है कि सीनियर टीम में जगह बनाने की रेस में कई दूसरे खिलाड़ी भी हैं.
उन्होंने ने कहा, “न सिर्फ मेरे लिए बल्कि कई और खिलाड़ियों के लिए ये टूर्नामेंट अहम होगा. यहां 40-45 अच्छे खिलाड़ी हैं और सबके लिए ये अहम मौका है. एक खिलाड़ी के नाते हर कोई इस बात से वाकिफ है, लेकिन अभी फिलहाल सिर्फ मैच पर ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा, वापसी का एक अतिरिक्त दबाव होगा ऐसे में मैं अपना सर्वेश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं.”
आपको बता दें कि कार्तिक के लिए पिछले चार महीने काफी उतार-चढाव वाले रहे हैं. एक तरफ जहां उन्हें टी 20 में फिनिशर की भूमिका निभाई तो दूसरी तरफ 8 साल बाद टेस्ट में वापसी करते हुए विकेटकीपर के रूप में पहली पसंद बने. हालाकि इंग्लैंड दौरे में खराब प्रदर्शन के बाद ऋषभ पंत को उनकी जगह टीम में शामिल किया गया.
एशिया कप में उन्हें नंबर चार पर भेजा गया लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले दो वनडे से उन्हें बाहर कर दिया गया. हालाकि 33 साल के कार्तिक ने कहा कि वो वापसी के लिए फिर से तैयार हैं. उन्होंने कहा, “कोई भी खिलाड़ी अपने करियर को इस तरह प्लान नहीं करना चाहता, हर कोई घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के साथ भारत के लिए खेलना चाहता है. मैं एक बार फिर खुद को साबित करना चाहता हूं.”
एशिया कप में 48.66 की औसत से रन बनाने के बाद भी कार्तिक को वनडे टीम से बाहर किया गया लेकिन वो एक बार फिर वापसी करने के लिए बेताब हैं. कार्तिक ने कहा कि विकेटकीपिंग उनकी खासियत है लेकिन टीम में जगह बनाने के लिए चयनकर्ता उन्हें बतौर बल्लेबाज ज्यादा तरजीह देते हैं ऐसे में वो अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं.
कार्तिक के अलावा जिन खिलाड़ियों पर चयनकर्ताओं की खास नजर होंगी उनमें रविचंद्रन अश्विन भी अहम हैं. अश्विन वनडे टीम में वापसी की तैयारी में हैं और कोटला के मैदान पर पसीना बहाते दिखे उन्होंने अपने सभी प्रमुख हथियारों को नेट पर तेज किया. इंडिया ए में उनके कप्तान कार्तिक इस बात से वाकिफ हैं कि अश्विन की नजर वनडे टीम पर है ऐसे में उन्होंने कहा कि वो अश्विन को पूरी आजादी देंगे. उन्होंने कहा, “मैं अश्विन को मैच में पूरी आजादी से गेंदबाजी करने दूंगा. वो एक चैंपियन गेंदबाज हैं. उन्होंने कहा कि देवधर ट्रॉफी काफी छोटा टूर्नामेंट है ऐसे में हर खिलाड़ी को मौका देना होगा, उनकी मदद करनी होगी और उनका हौसला बढ़ाना होगा. हर खिलाड़ी यहां एक उम्मीद लेकर आया है और उसमें मैं भी शामिल हूं.”