इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार (23 नवंबर) को महिला टी-20 वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को बाहर रखने की भारतीय क्रिकेट जगत में काफी आलोचना हो रही है. क्रिकेट पंडितों के बाद मिताली राज की मैनेजर अनीशा गुप्ता ने एक ट्वीट के जरिए हरमनप्रीत को आड़े हाथों लिया है और उन्हें ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’ बताया है.
अनीशा ने अपने ट्वीट में लिखा है- “दुर्भाग्यवश भारतीय टीम राजनीति में विश्वास करती है न कि खेल में. भारत और आयरलैंड मैच में मिताली राज का अनुभव कितना काम आ सकता था इसको देखने के बाद भी उसने हरमनप्रीत जो ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’ हैं, को खुश करने के लिए उन्होंने हरमनप्रीत को मन की करने दी.”
यह ट्वीट एक अनऑफिशियल टि्वटर अकाउंट से आया था. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने जब अनीशा से इस बारे में पूछा कि क्या यह उन्हीं का ट्वीट हो तो मैनेजर ने हामी भरी और अपने बयान पर कायम रहीं. हालांकि, उनका अकाउंट कुछ घंटे बाद डिलीट कर दिया गया.
वेबसाइट ने अनीशा के हवाले से लिखा है, “मैं नहीं जानती की अंदर क्या चल रहा है लेकिन चूंकि मैचों का प्रसारण हो रहा है तो हम देख सकते हैं कि कौन प्रदर्शन कर रहा है और कौन नहीं. हम देख सकते हैं कि मिताली के साथ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी क्या हो रहा है. इसके पीछ काफी गहराई है जिसे देखने की जरुरत है.” जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अपने ट्वीट पर पछतावा है तो उन्होंने कहा, “हो सकता है कि मैं ज्यादा गुस्से में हूं, लेकिन यह बात सही जगह से आई है क्योंकि मैं गलत के साथ खड़ी नहीं रह सकती. जिस तरह का फेवरेटिजम दिखाया जा रहा वो साफ तौर पर जाहिर है.”
बता दें कि मिताली राज ने विश्व कप में तीन मैच खेले. उन्होंने टूर्नामेंट में 53.50 की औसत से 107 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं. मिताली को बाहर करने के फैसले पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कमेंट्री करते हुए सवाल उठाए, लेकिन हरमनप्रीत ने अपने निर्णय का बचाव किया.
भारत को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा और उसका पहली बार महिला टी-20 वर्ल्डकप जीतने का सपना टूट गया. सेमीफाइनल में हारने के बाद भी कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपने इस फैसले को सही बताया. हरमनप्रीत ने कहा, “हम जो भी निर्णय लेते हैं वो टीम के लिए लेते हैं. कभी यह काम करता है कभी नहीं लेकिन हमें कोई पछतावा नहीं है. मुझे अपनी टीम पर गर्व है क्योंकि उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. इससे हमे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा क्योंकि हमारी युवा टीम है.” इंग्लैंड ने 50 ओवर के वर्ल्डकप के फाइनल में भी भारत को रोमांचक मुकाबले में मात दी थी.