उत्तराखंड में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की कथित तौर पर हत्या के मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. सीएम के आदेश के बाद प्रशासन ने अंकिता हत्याकांड के एक आरोपी पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया है.
पुलिस ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालकर कानून व्यवस्था को खराब करने में लगे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कारवाई की जाएगी. इसके अलावा पुलिस ने फेसबुक पर एक और पोस्ट करते हुए सूचना दी कि प्रशासन की मदद से आज सुबह पशुलोक बैराज से पानी रोकने की उम्मीद है. जिससे अंकिता का शव ढूंढ़ने में मदद मिलेगी.
सीएम ने सभी रिजॉर्ट की जांच के दिए आदेश
आंकिता हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के सभी रिजॉर्ट की जांच के लिए जिलाधिकारियों को आदेश दे दिए हैं. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जो रिजॉर्ट अवैध बने हैं या अवैधानिक रूप से संचालित हैं, उनके खिलाफ तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाए.
इसके अलावा सीएम ने प्रदेश भर के होटल, रिजॉर्ट, गेस्ट हाउस के कर्मचारियों से उनकी स्थिति के बारे में जानकारी देने को कहा है और उनसे संबंधित शिकायतों को गम्भीरता से लेने के आदेश दिए हैं.
पूर्व राज्यमंत्री का बेटा है मुख्य आरोपी पुलकित
अंकिता की हत्या के माले में पुलिस ने रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है. सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 201, 120-B के तहत केस दर्ज किया गया है. हत्या का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है.
मौजूदा समय में विनोद आर्य बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और यूपी के सह प्रभारी भी हैं. वो पूर्व में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. उनके दूसरे बेटे अंकित को राज्य मंत्री का दर्जा मिला है. वह इस वक्त राज्य पिछड़ा आयोग में उपाध्यक्ष हैं. विनोद आर्य ने बेटे पर लगे आरोपों को झूठ बताया है.
पुलकित आर्य लॉकडाउन के दौरान भी विवादों में आया था. तब उत्तर प्रदेश के विवादित नेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ वह उत्तरकाशी में प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था. अमरमणि त्रिपाठी पर कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या का आरोप है. इस मामले में अमरमणि त्रिपाठी 14 साल तक जेल में रहा है.
गुस्साए लोगों ने आरोपियों के कपड़े फाड़े, जमकर पीटा
अंकिता भंडारी की मौत को लेकर स्थानीय लोगों में बेहद गुस्सा है. सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस से जानकारी जुटाने के बाद जब पुलिस तीनों आरोपियों को पकड़कर जीप से थाने ले जा रही थी तभी भीड़ ने जीप को रोक लिया. भीड़ ने आरोपियों को जमकर पीटा. उनके कपड़े तक फाड़ दिए. वहीं लोगों ने पुलकित के रिजॉर्ट में भी जमकर तोड़फोड़ की है.
धमकी दे रही थी अंकिता, हमने उसे नहर में धकेल दिया
पुलिस ने बताया कि 18 सितंबर की शाम को पुलकित और अंकिता का रिजॉर्ट में झगड़ा हुआ था. पुलकित ने कहा कि अंकिता गुस्से में है, इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं. एक आरोपी सौरभ भास्कर ने बताया कि सभी लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे. लौटते समय अंकिता और पुलकित एक स्कूटी पर थे. मैं और अंकित साथ में आए. हम बैराज चौकी से करीब 1.5 किमी पहुंचे, तो पुलकित अंधेरे में रुक गया था. हम भी रुक गए.