नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी सर्विस की शुरुआत करेंगे. प्रधान मंत्री कार्यालय (PMO) ने यह जानकारी दी गई है. प्रधानमंत्री को राजधानी के द्वारका सेक्टर 25 में दिल्ली मेट्रो के आगामी स्टेशन की एक भूमिगत सुरंग से 5जी सेवाओं के कामकाज का प्रदर्शन किया जाएगा. 5G टेक्नोलॉजी के मदद से बिना किसी रुकावट के हाई स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है. यह टेक्नोलॉजी जगत में एक क्रांति है.
सूत्रों के मुताबिक, निर्माणाधीन आईआईसीसी परिसर में सुरंग के एक हिस्से को चुना गया है, जहां प्रधानमंत्री को सुरंग के अंदर 5जी नेटवर्क का प्रदर्शन दिखाया जाएगा. सुरंग के अंदर 5जी सेटअप में दूरसंचार उपकरण, कैमरा, ऑप्टिकल फाइबर केबल शामिल हैं. दिल्ली मेट्रो ने 5जी प्रदर्शन के लिए साजोसामान मुहैया कराया है. एक्सपोर्ट्स का मानना है कि कमर्शियल 5G सर्विस की कल शुरुआत होने जा रही है, हालांकि इसे आम लोगों तक पहुंचने एक साल से ज्यादा का वक्त लग सकता है.
संचार मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि सालों की कड़ी मेहनत के बाद 5जी सेवाओं की शुरुआत होने जा रही है. हाल ही में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सफलतापूर्वक आयोजित की गई थी और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को 1,50,173 करोड़ रुपये के सकल राजस्व के साथ 51,236 मेगाहर्ट्ज आवंटित किया गया था. संचार मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नीलामी ने एक मजबूत 5G इकोसिस्टम जन्म दियाहै, जो IoT, M2M, AI, एज कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स आदि से जुड़े मामलों को पूरा कर सकेंगे.
मंत्रालय ने बताया कि 5G नए आर्थिक अवसरों और सामाजिक लाभों को प्राप्त कर सकता है, जो इसे भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की क्षमता प्रदान करता है. यह देश को विकास की पारंपरिक बाधाओं को दूर करने, स्टार्टअप्स और व्यावसायिक उद्यमों द्वारा इनोवेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद करेगा. भारत पर 5जी से आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.