लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार एक नया रिकॉर्ड कायम करने जा रही है। सरकार ने वन महोत्सव 2023 के तहत इस साल 35 करोड़ पौधे लगाने की योजना बनाई है। पिछले छह वर्षों 131 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। 2017-18 में 5.72 करोड़, 2018-19 में 11.77, 2019-20 में 22.60 करोड़, 2020-21 में 25.87 करोड़ और 2021-22 में 30.53 करोड़ और 2022-23 में 35.49 करोड़ पौधे लगाए गये थे। इनका संरक्षण भी किया जा रहा है।
पौधरोपण की नोडल एजेंसी वन विभाग है, जो डिपार्टमेंटवाइज, डिवीजनवाइज लक्ष्य तय करेगा। सरकार की योजना है कि इस काम में सभी विभागों, संस्थाओं और आम नागरिकों का सहयोग लिया जाए। आम लोगों की अधिक-अधिक सहभागिता करने के लिए सरकार ने तय किया है कि स्कूलों में प्रभात फेरी, स्लोगन राइटिंग, निबंध और स्पीच कंपटीशन और वाल राइटिंग आदि आयोजित किये जाएंगे।
वन भूमि, ग्राम पंचायत और सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेसवे, हाईवे/फोरलेन रोड, नहर, विकास प्राधिकरण की भूमि, रेलवे भूमि, मेडिकल और शैक्षिक संस्थानों की भूमि के साथ-साथ निजी परिसरों में भी पेड़ लगाए जा सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदानों के चारों तरफ पेड़ लगाए जा सकते हैं।
सरकार ने तय किया है कि राज्य का ग्रीन कवर मौजूदा 9 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी किया जाएगा। अगले पांच सालों में कुल 175 करोड़ पौधे लगाएं जाएंगे और उनका संरक्षण किया जाएगा। 22 जुलाई को सभी मंत्री अपने चार्ज वाले जिलों में रहेंगे और वन महोत्सव को सफल बनाने के लिए लोगों के सहयोग से पौधे लगवाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश का सीजन शुरू हो चुका है। यह मौसम पौधरोपण के लिए सबसे आदर्श समय है। पूरे उत्साह, उमंग के साथ हमेशा की तरह इस साल भी पौधरोपण किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर गांव में कम से कम एक हजार पौधे लगाए जाएंगे। 15 अगस्त को एक साथ पांच करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।