देवरिया/लखनऊ। यूपी के देवरिया में 6 लोगों की नृशंस हत्या से पूरा प्रदेश दहल उठा. यहां जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद एक ही परिवार के 5 लोगों को निर्मम तरीके से मार डाला गया. पति-पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे का गला काटा गया फिर गोली मारी गई. हमलावरों ने मासूम बच्चे को भी नहीं बख्शा. घायल हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, पूरा गांव छावनी में तब्दील हो चुका है. लखनऊ से आला अधिकारी घटनास्थल पहुंच रहे हैं. खुद मुख्यमंत्री ने इस जघन्य वारदात का संज्ञान लिया है. आइए जानते हैं देवरिया हत्याकांड में अबतक क्या-कुछ हुआ…?
पूरा मामला थाना रुद्रपुर के फतेहपुर गांव का है और विवाद दो परिवारों के बीच का है. एक परिवार- प्रेम यादव का है और दूसरा- सत्य प्रकाश दुबे का. प्रेम यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य था. उसका और सत्य प्रकाश का जमीन को लेकर काफी समय से झगड़ा चला आ रहा था. लेकिन आज सुबह (2 अक्टूबर) जैसे ही प्रेम यादव की लाश मिली इस जमीनी झगड़े ने खौफनाक रूप ले लिया.
दरअसल, प्रेम यादव के शव को देखकर लगा रहा था कि उसकी हत्या गला काटकर की गई है. जैसे परिजनों ने शव को देखा तो भड़क उठे. उनका शक सीधे सत्य प्रकाश पर गया. हालांकि, अभी तक प्रेम यादव की हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन बदले की आग में प्रेम यादव के परिजनों ने धारदार हथियार और बंदूक से लैस होकर सत्य प्रकाश के घर पर हमला कर दिया. उन्होंने धारदार औजार से और गोली मारकर सत्य प्रकाश समेत घर के पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया.
एक गांव में 6 लोगों की हत्या से हड़कंप मच गया. पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. आनन-फानन डीएम, एसपी मौके पर पहुंचे. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. सत्य प्रकाश, उसकी पत्नी, दो बेटी और एक बेटी की मौत हो गई थी. वहीं, एक बच्चे की हालत गंभीर है.
घर में खून ही खून, खौफनाक था मंजर
घटना के बाद जब पुलिस सत्य प्रकाश दुबे के घर में दाखिल हुई तो वहां का मंजर खौफनाक था. पूरा घर खून से सना हुआ था. चारों तरफ खून ही खून दिखाई पड़ा रहा था. लाशें इधर-उधर बिखरी हुईं थीं. इस बीच गांव में तनाव की आशंका के चलते कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. हालांकि, तब तक ज्यादातर हमलावर भाग गए थे.
गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा
घटना के बाद गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है. कई थानों की फोर्स मौके पर मौजूद है. साथ में 2 कंपनी पीएसी को भी लगाया गया है. शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने हर स्तर से तैयारी की है.
घटनास्थल पहुंचे प्रमुख सचिव और ADG
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर एडीजी जोन, कमिश्नर, डीएम-एसपी के अलावा यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार भी पहुंचे हैं. खुद सीएम योगी आदित्यनाथ पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं. उधर, डीजीपी ने देवरिया एसपी से रिपोर्ट मांगी है.
ADG ने बताई पूरी कहानी
सीएम योगी बोले- आरोपियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने देवरिया जिले में हुई घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. सीएम ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता करने के भी निर्देश दिए. इसके साथ ही कमिश्नर/आईजी को त्वरित और कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
देवरिया हत्याकांड पर विपक्ष ने योगी सरकार को घेरा है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए हत्याकांड की तत्काल उच्चस्तरीय जांच की मांग की. उन्होंने X पर लिखा- “देवरिया की घटना शासन की विफलता और कहीं न कहीं प्रशासन की लापरवाही या संलिप्तता की वजह से घटित हुई है. काश मुख्यमंत्री जी के दुख प्रकट करने से लोगों का जीवन वापस आ जाता. एक उच्च स्तरीय जांच ही इस हत्याकांड की परतों के पीछे की परत उतार कर न्याय कर सकती है. ये जांच तत्काल हो.”
ये जंगलराज… सीएम इस्तीफा दें: अजय राय
इस घटना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा- “ये जंगलराज है. सरकार पूरी तरह से विफल है. मुख्यमंत्री जी को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.” वहीं, यूपी कांग्रेस ने X पर लिखा- “प्रदेश की कानून व्यवस्था इतनी बदहाल हो गई है कि छोटे-मोटे विवाद में भी निर्भय होकर सरेआम 6 लोगों की हत्या कर दी जाती है. न कानून का भय न सम्मान.”
देवरिया से बीजेपी विधायक का बयान
मामले में बीजेपी से देवरिया के विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर लिखा- रूद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के फ़तेहपुर में हुई नृशंस घटना से हृदय व्यथित है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद है. इस प्रकार की घटना क़तई स्वीकार्य नही है. घटना की गहन जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये गए हैं. दो़षी कतई बख्शे नहीं जाएंगे. इस प्रकरण में राजस्व व पुलिस प्रशासन के लोगों की भी जवाबदेही सुनिश्चित कराई जाएगी.