अयोध्या/लखनऊ। इस बार दीपोत्सव के बाद नए वर्ष के आगमन के साथ अयोध्या ही नहीं दुनियाभर के सनातनी जश्न मनाने वाले हैं. मकर संक्रांति के बाद जनवरी 2024 में दीपमाला सजाई जाने वाली है. भव्य राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होनी है. जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, लोगों में उत्साह भी हिलोर लेने लगा है. इसी बीच अपनी विवादित टिप्पणियों से सुर्खियों में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को धोखा बताया है. राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव के एक कार्यक्रम में रामायण की एक चौपाई पढ़कर मौर्य ने जो विवादित बयान दिया, उसने उन्हें एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का ढोंग रचकर युवाओं और देश के लोगों को ठगने का काम कर रही है.
‘हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने बोला हमला’
इस मामले में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि उनका प्राण प्रतिष्ठा को धोखा कहना बताता है कि वो व्यक्ति शुद्ध रूप से पागल हो चुका है. बिना देर किए स्वामी प्रसाद मौर्य को पागल खाने में भर्ती कर देना चाहिए. मुझको लगता है कि गलती से जिस व्यक्ति ने सनातन में जन्म ले लिया, उसको जन्म तो इस्लाम में होना चाहिए था.
स्वामी प्रसाद मौर्य जिस प्रकार से लगातार सनातन को नीचा बताते हैं, मुझे लगता है कि अखिलेश यादव जी को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. मौर्य को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. यह व्यक्ति रोज जहर उगलता है. एक दिन की बात नहीं है, रोज सनातन को गाली देता है.
‘ऐसे राक्षसी लोगों को धोखा मालूम पड़ता है’
हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि वास्तविकता यह है कि मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने पर परमात्मा का वास हो जाता है. भगवान स्वयं उसमें विराजमान हो जाते हैं लेकिन ऐसे राक्षसी लोगों को धोखा मालूम पड़ता है. मैं पंडितों से कहूंगा कि मौर्य का नाम लेकर विनाश वाला मंत्र पढ़ दें, जिससे उसका सहकुल नाश हो जाए.
’25 साल तक अखिलेश की सरकार नहीं आनी’
श्रीराम दास मंदिर के महंत अंगद दास और श्रीराम जानकी मंदिर के महंत त्रिभुवन दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर कुछ ऐसी ही टिप्पणी की. त्रिभुवन दास ने कहा कि मौर्य चर्चा में बने रहने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं. 25 साल तक अखिलेश की सरकार नहीं आनी है.