इजराइल और हमास की जंग के बीच ईरान हमास का साथ दे रहा है। यही नहीं, दुश्मन देश इजराइल के खिलाफ वह लेबनान में आतंकी संगठन हिजबुल्ला को भी सपोर्ट कर रहा है। यही हिजबुल्ला इजराइल पर लगातार हमले कर रहा है। ईरान ने तो इजराइल को धमकी भी दी थी कि यदि गाजा पट्टी पर कब्जा किया तो गंभीर परिणाम भुगतना होंगे। अपने दोस्त देश इजराइल पर ईरान के इन पैंतरों पर अमेरिका ने ईरान के पर कतर दिए हैं। अमेरिका ने ईरान के मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम को बड़ा झटका दिया है और प्रतिबंध लगा दिए हैं। जानिए पूरा मामला।
जानिए किन कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
इसमें 11 लोगों, आठ कंपनियों और एक जहाज को टार्गेट किया गया। अमेरिका के आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के अंडर सेक्रेटरी ब्रायन नेल्सन ने कहा, ‘ईरान की ओर से विनाशकारी यूएवी और अन्य हथियारों का लापरवाही से निर्माण दुनिया भर के कई क्षेत्रों में संघर्षों को बढ़ाता है।’ ट्रेजरी की ओर से कहा गया कि जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें ईरान स्थित फनावरत सनत एर्टेबेट कंपनी शामिल है, जो जैमर से बचने वाले गाइडेंस सिस्टम का उत्पादन करती है। इनके दो निदेशक, आर्मिन घोरसी अनबरन और होसैन हेमसी शामिल हैं।
यूएन के प्रतिबंध हुए खत्म, अमेरिका ने कर दी बैन् की कार्रवाई
अमेरिका द्वारा ईरान में नए प्रतिबंधों को ऐसे समय लगाया गया है, जब 2015 से ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर लगे यूएन के प्रतिबंध समाप्त हो गए। इजराइल हमास में जंग से मिडिल ईस्ट में जो तनाव बढ़ रहा है, ऐसी टाइमिंग में ईरान पर ये प्रतिबंध लगाए गए हैं। दरअसल, ईरान ने परमाणु समझौते की शर्तों का पिछले 8 सालों में उल्लंघन किया है। जर्मनी, फ्रांस, यूके और अमेरिका ने कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध खत्म होने के बावजूद अपने राष्ट्रीय प्रतिबंधों के जरिए ईरान के मिसाइल प्रोग्राम के लिए इसी तरह की बाधा पैदा करेंगे।
इजराइल पर लगातार हमले कर रहा ईरान समर्थित हिजबुल्ला
उधर, ईरान समर्थित हिजबुल्ला पर ईरान लगातार हमले कर रहा है। क्योंकि हिजबुल्ला भी लेबनान से लगातार इजराइल पर अटैक कर रहा है। कभी एंटी टैंक मिसाइल तो कभी रॉकेट से हमले किए जा रहे हैं। हिजबुल्ला ने बुधवार को भी हमले किए। इसके जवाब ने इजराइल ने हिजबुल्ला को उसी की भाषा में जवाब देते हुए उसके सैन्य ठिकानों पर हमला किया। इजराइली सेना आईडीएफ के अनुसार बीते कुछ घंटों में इजराइली सेना ने लेबनान बॉर्डर पर हिजबुल्ला के ठिकानों पर उसी जगह हमला किया, जहां से एंटी टैंक मिसाइलें छोड़ी जा रही थीं।