राफेल: अमित शाह ने 2 बार अपनी प्रेस कांफ्रेंस में क्‍यों कहा- ‘मैं राहुल गांधी नहीं हूं’

नई दिल्‍ली। राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकार को क्‍लीन चिट देने के बाद बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो बताएं कि इस सौदे में गड़बड़ी कहां हुई? वह किस सूचना के आधार पर सरकार पर राफेल डील में भ्रष्‍टाचार के आरोप लगाते रहे हैं? वह तथ्‍यहीन आरोप लगा रहे हैं? उन्‍होंने झूठे आरोप लगाए? इस पर जब उनसे पूछा गया तो अमित शाह ने कहा कि मैं तथ्‍यों के साथ बात करता हूं. इस क्रम में उन्‍होंने दो बार जोर देकर कहा कि मैं राहुल गांधी नहीं हूं जो बिना तथ्‍यों के दूसरों पर बड़े-बड़े आरोप लगाऊं.

भारत और फ्रांस के बीच हुई राफेल डील की जांच की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बड़ा फैसला दिया है. याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सीजेआई रंजन गोगोई की पीठ ने इस सौदे के प्रक्रिया में कोई भी गड़बड़ी ना होने की बात कही है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की एसआईटी जांच से भी इनकार कर दिया है. इस पर बीजेपी के अध्‍यक्ष अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस की. उन्‍होंने कहा कि सभी चोर चौकीदार से डर गए हैं. सभी चोर मिलकर चौकीदार को चोर कह रहे हैं. कांग्रेस ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.

अमित शाह ने कहा है कि आज सुप्रीम कोर्ट में सत्‍य की जीत हुई है. उन्‍होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ के आधार पर देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई है. विमानों की गुणवत्‍ता पर भी सुप्रीम कोर्ट ने कोई सवाल नहीं उठाया है. राफेल सौदे में देरी पर देश की जनता को कांग्रेस जवाब दे. कांग्रेस ने सभी सौदे में बिचौलिये रखे. यूपीए सरकार में घोटालों की लड़ी लगी हुई थी.

‘2007 से 2014 तक राफेल डील क्‍यों नहीं हो पाई’
उन्‍होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया कि 2007 से 2014 तक राफेल डील क्‍यों नहीं हो पाई. आपका सोर्स ऑफ इंफॉर्मेशन क्‍या है, इसे सार्वजनिक करें. उन्‍होंने कहा कि आपको मामले पर देश की जनता और सेना से माफी मांगनी चाहिए. शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने और अपनी पार्टी के तत्काल फायदे के लिए झूठ का सहारा लेकर चलने की एक नई राजनीति की शुरुआत की और सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने आज सिद्ध कर दिया है कि झूठ के पैर नहीं होते और अंत में जीत सत्य की ही होती है.

बीजेपी अध्‍यक्ष ने कहा ‘राफेल सौदे के संबध में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. आज सत्य की जीत हुई है. देश की आजादी के बाद से एक कोरे झूठ के आधार पर देश की जनता को गुमराह करने का इससे बड़ा प्रयास कभी नहीं हुआ और ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह प्रयास देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष के द्वारा किया गया.’

राहुल गांधी देश से माफी मांगें
उन्‍होंने कहा कि राफेल खरीद के संबंध में देश की जनता को गुमराह करने और सेना के बीच में संदेश पैदा करने के लिए राहुल गांधी को देश की जनता से मांफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी देश की जनता को जवाब दें कि वो किस आधार पर देश की जनता को गुमराह कर रहे थे? सरकार राफेल डील को लेकर सदन में चर्चा को लेकर तैयार है. चर्चा के दौरान सदन नहीं गिरेगा, इसकी गारंटी मैं देता हूं. कांग्रेस चर्चा के लिए सभी सुबूत लेकर सदन में आए. लेकिन कांग्रेस सदन में चर्चा से भाग रही है. राहुल गांधी ने सेना के मनोबल को ठेस पहुंचाने की कोशिश की.

बीजेपी अध्‍यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक काल्पनिक जगत बनाकर बैठी हुई है, जिसमें सच और न्याय की कोई जगह नहीं है. सवाल भी कांग्रेस पार्टी खड़े करती है, वकील भी वही हैं और न्यायाधीश भी वहीं है. आज कांग्रेस पार्टी देश के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर सवाल खड़ा कर रही है.

बता दें कि भारत और फ्रांस के बीच हुए राफेल विमान सौदे पर सवाल उठाने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज (14 दिसंबर) अहम फैसला सुनाया. सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए राफेल सौदे के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया. सीजेआई ने सुनवाई के दौरान कहा है कि इस सौदे की प्रक्रिया में सुप्रीम कोर्ट को कोई भी गड़बड़ी नहीं मिली है. इसलिए इसकी एसआईटी जांच नहीं होगी.

सीजेआई ने कहा कि राफेल विमान सौदे में कीमतों की जांच सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है. हम कुछ लोगों की धारणा के आधार पर फैसला नहीं दे सकते हैं. राफेल सौदे में कोई धांधली या अनियमितता नहीं है. राफेल विमान की गुणवत्‍ता पर कोई शक नहीं है. देश को अच्‍छे विमानों की जरूरत है तो राफेल डील पर सवाल क्‍यों?

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